कुलटी, पश्चिम बंगाल आसनसोल नगर निगम के वार्ड संख्या 104 स्थित सीतलपुर इलाके मे गुरुवार को हनुमान भक्तों ने श्री श्री हनुमान प्राण प्रतिष्ठा का भव्य आयोजन किया, इस प्राण प्रतिष्ठा मे सैकड़ों हनुमना भक्तों ने भाग लिया, श्री श्री हनुमना प्राण प्रतिष्ठा के आयोजक प्रदीप तुरी की अगर माने तो यह कार्यक्रम चार दिनों तक लगातार चलेगा, जिस कार्यक्रम मे हर रोज अलग -अलग तरह के धार्मिक अनुष्ठान होंगे पहले दिन गुरुवार को मंडप प्रवेश, मंडप पूजन, पंचाग पूजन, वेदी पूजन, जलादिवस के अनुष्ठान के साथ एक विशाल कलश यात्रा का आयोजन होगा, जिसके बाद दूसरे दिन यानि की शुक्रवार को वेदी पूजन, अन्न दिवस, फला दिवस, पंच दिवस, अग्नि स्थापन, वहीं तीसरे दिन शनिवार को बेदी पूजन, प्राण प्रतिष्ठा, हवन पूर्ण हुती, प्रशाद वित्रण वहीं रविवार को प्राण प्रतिष्ठा के अंतिम दिन भंडारा और प्रशाद वित्रण के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, वहीं इस कार्यक्रम के प्रथम दिन मुख्यमंत्री अतिथि के तौर पर पहुँचे तृणमूल नेता सह समाज सेवी रोहित नोनिया बिनोद साव, मनोज प्रशाद, पूर्व पार्षद राजू कर्मकार सहित कई गणमान्य व्यक्ति श्रद्धा पूर्वक उपस्थित हुए और वह हनुमान प्राण प्रतिष्ठा के प्रथम दिन होने वाली तमाम धार्मिक अनुष्ठानों मे भाग भी लिए यहाँ तक की वह कलश यात्रा मे भी शामिल हुए, इस दौरान तृणमूल नेता सह समाज सेवी रोहित नोनिया ने कहा की वह इस कार्यक्रम के आयोजक कर्ताओं का शुक्रगुजार हैं की उन्होने उनको इस तरह के धार्मिक अनुष्ठान मे उपस्थित होने के लिए आमंत्रण किया, उन्होने कार्यक्रम आयोजक कर्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा की उन्होंने इस अनुष्ठान का आयोजन कर कुलटी विधानसभा ही नही बल्कि पुरे शिल्पाँचल को भक्तिमय कर दिया है, हर कोई भगवान हनुमान की भक्ति मे चूर हो गया है, वह खुद अपने आपको इस अनुष्ठान मे शामिल होकर बहोत ही गर्ववांतित समझ रहे हैं, उन्होंने कहा इस तरह के अनुष्ठानों से लोगों के बिच आपसी भाईचारगी बनी रहती है, माँ माटी माणूस की पार्टी और सरकार व पार्टी की मुखिया मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी भी यही चाहती हैं, जिसको बढ़ावा देने के लिए पार्टी के नेता खुदको ममता बैनर्जी व अभिषेक बैनर्जी का सिपाही बनकर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाते हैं और आगे भी कुछ इसी तरह से अपनी भूमिका निभाते रहेंगे जिससे पार्टी ही नही बल्कि तृणमूल सुप्रीमो मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी व अभिषेक बैनर्जी का हाँथ और भी मजबूत हो सके, उन्होंने यह भी कहा को वाराणशी काशी से आए यज्ञ चार्य पंडित आदित्य शास्त्री जी व श्री विनायक जी महाराज श्री विश्वकर्मा मजाराज का कोटि -कोटि नमन भी किया
