कोलकाता । भागवताचार्य श्रीनिवास शर्मा श्रीजी ने प्रेममय भक्ति मन्दिर, पीएस मैग्नम में नरसिंह अवतार, शिव अवतार, श्रीराम भक्ति, द्वादश ज्योतिर्लिंग स्थापना, शिवरात्रि – शिव उपासना की महिमा, महागौरी का प्राकट्य एवम विविध प्रसंग सुना कर भाव विभोर किया ।
व्यास पीठ से कथा मर्मज्ञ श्रीजी ने कहा भगवान शिव ने श्रीगणेश को आशीर्वाद दिया कि मांगलिक कार्य की शुरुआत गणेश पूजा से होगी । उन्होंने श्रीगणेश को आशीर्वाद दिया कि देवताओं में श्रीगणेश का नाम सर्वोपरि होगा, भगवान गणेश की सनातन हिन्दू धर्म में विघ्नहर्ता की मान्यता है । शिवपुराण के अनुसार एक बार माता पार्वती ने स्नान से पूर्व शरीर पर हल्दी का उबटन लगाया था, इसके बाद जब उन्होंने उबटन उतारा तो इससे पुतला बना दिया, दिव्य संरचना की और उसमें प्राण डाल दिये तथा भगवान गणेश की उत्पत्ति हुई । भगवान गणेश जी का सबसे लोकप्रिय रूप सिद्धि विनायक है, भगवान श्रीगणेश आस्था, भक्ति भाव से मांगी गई भक्तों की मुराद पूरी करते हैं ।
मुकेश अग्रवाल, सुशील अग्रवाल, रवि गोयल, श्रीबल्लभ दुजारी, विनोद तोषनीवाल ने सभी भक्तों का स्वागत किया । विनोद गोयल, समितेश अग्रवाल, चन्द्र प्रकाश गाड़ोदिया, ओम प्रकाश तोसावड़, नारायण दास भट्टड, आलोक पोद्दार, संजीव बियानी, बरूण भानीरामका, राजेश अग्रवाल, संजय पृथानी, अशोक सोनी, सुनील सिंघानिया एवम पीएस मैग्नम के निवासियों ने आस्था, भक्ति भाव से व्यास पीठ का पूजन किया ।