कोलकाता, 19 जुलाई । राज्य के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किए गए कालीघाट वाले काकू उर्फ सुजय कृष्ण भद्र से जुड़े तीन प्रमोटिंग संस्थाओं में केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बुधवार को छापेमारी की है।
सूत्रों ने बताया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की संस्था के लिए काम करने वाले काकू के पास शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के एवज में जो अरबों रुपये की वसूली पहुंची थी उसे इन्हीं तीन प्रमोटिंग संस्थाओं में निवेश किया गया था। ईडी सूत्रों ने बताया है कि यहां छापेमारी के लिए दिल्ली स्थित केंद्रीय मुख्यालय से अनुमति मांगी गई थी। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद बुधवार को प्रिंस अनवर शाह रोड और कमैक स्ट्रीट में स्थित इन तीनों दफ्तरों में छापेमारी की गई। अपराह्न दो बजे के बाद छापेमारी हुई और रात आठ बजे खबर लिखे जाने तक जांच पड़ताल चल ही रही है। इस मामले में काकू की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पता चला था कि इन्हीं तीनों प्रमोटिंग संस्थाओं में बड़ी धनराशि निवेश की गई थी। इनके मालिकों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था और कई दस्तावेज भी देखे गए थे। उसके बाद ही आज दोपहर बाद छापेमारी हुई है। यहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और हिसाब-किताब की फाइल बरामद हुई है। पता चला है कि राज्य के विभिन्न जिलों से नियुक्ति एजेंट के तौर पर काम करने वाले लोग परीक्षार्थियों से लाखों-लाखों रुपये की वसूली कर कालीघाट वाले काकू तक पहुंचाते थे। उसके बाद उस रुपये को कई प्रभावशाली राजनेताओं के अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता था। उन्हें बाद में प्रमोटिंग संस्थाओं में निवेश किया जाता था ताकि ब्लैक से व्हाइट किया जा सके। अभी भी तलाशी अभियान चल ही रहा है।
