कोलकाता, 18 जुलाई। पश्चिम बंगाल के हुगली जिला अंतर्गत चंदननगर थाना क्षेत्र में मौजूद मुथूट फाइनेंस के स्थानीय ब्रांच में हाईटेक तरीके से लूट करने वाले तीन अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
चुंचुड़ा की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने यह सजा सुनाई है। पब्लिक प्रॉसिक्यूटर विभाष चटर्जी ने मंगलवार को सजा की घोषणा के बाद यह जानकारी हिन्दुस्थान समाचार को दी है। उन्होंने बताया है कि जिन लोगों को सजा हुई है उनकी पहचान बिट्टू कुमार उर्फ करण, बिट्टू कुमार उर्फ छोटू और गुड्डू कुमार उर्फ धर्मेंद्र के तौर पर हुई है। तीनों ही बिहार के रहने वाले हैं। इनका एक और साथी था जो फरार होने में सफल रहा है उसकी तलाश अभी भी जारी है।
विभाष ने बताया कि 21 अक्टूबर 2021 को चार लोग बंदूकों और अन्य घातक हथियारों को साथ लेकर मुथूट फाइनेंस के ब्रांच में घुस गए थे। उन्होंने वहां मौजूद मैनेजर और अन्य स्टाफ सहित सभी लोगों को धमकी देकर बंधक बना लिया था। इसके बाद ब्रांच में मौजूद सोने और रुपये की लूट की थी। हालांकि एक स्टाफ ने सूझबूझ दिखाते हुए सिक्योरिटी अलर्ट सिस्टम दबा दिया था जिसके बाद मुथूट फाइनेंस के विशाखापट्टनम मुख्यालय को सूचना गई थी। वहां से कोलकाता मुख्यालय को अलर्ट किया गया जहां से संबंधित थाने को सूचना दे दी गई। हालांकि लुटेरों ने जैमर का इस्तेमाल कर सभी के मोबाइल फोन को जाम कर दिया था जिसकी वजह से ब्रांच के अंदर फंसे लोग पुलिस या घरवालों से संपर्क नहीं कर पा रहे थे। इसके अलावा उनके पास जीपीएस और रेडियो ट्रैकर भी था जिसके जरिए इलाके में पुलिस की वॉकी टॉकी बातचीत पर नजर रख रहे थे। हालांकि इनकी सारी समझदारी धरी की धरी रह गई और सूचना मिलने के तुरंत बाद चंदननगर थाने की पुलिस मौके पर जा पहुंची। लुटेरे भागने वाले थे कि पुलिस ने घेर लिया। पुलिसकर्मियों पर उन्होंने फायरिंग भी की लेकिन कोई घायल नहीं हुआ। इनमें से तीन लोगों को मौके पर ही पकड़ लिया गया जबकि एक फरार होने में सफल रहा। इसके बाद विभाष ने कोरोना का समय होने के बावजूद अत्याधुनिक तकनीक और अपनी साइबर विशेषज्ञता के जरिए तेजी से जांच पड़ताल शुरू की और महज दो सालों के अंदर से चुंचुड़ा फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए इन सभी को आजीवन कारावास की सजा सुना दी गई है।