जामुड़िया। जामुड़िया के कुनुस्तोड़िया क्षेत्र के प्रगति मैदान में शनिवार को ईसीएल ऑफ़िसर्स वाइव्स एसोसिएशन ‘शताक्षी महिला मंडल’ की ओर से 12 नवम्बर से 13 नवम्बर तक चलने वाले दो दिवसीय ‘उमंग तरंग मेला’ का उद्घाटन किया गया । मेले का उद्घाटन ईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री अंबिका प्रसाद पंडा ने किया। इस अवसर ईसीएल के निदेशक (तकनीकी) श्री जे. पी. गुप्ता व निदेशक (वित्त) मो. अंजार आलम के साथ साथ दुर्गापुर स्टील प्लांट (डीएसपी) तथा इस्को(आईएससीओ) स्टील प्लाट, बर्णपुर के डायरेक्टर–इन्चार्ज श्री बी.पी सिंह, डिविजनल रेलवे मैनेजर (डी.आर.एम), आसनसोल, श्री परमानंद शर्मा भी उपस्थित थे।इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों को प्रतिचिन्ह एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि समाज कल्याण संबंधी गतिविधियों मे संलग्न ‘शताक्षी महिला मंडल’ ने इस मेले का आयोजन चैरिटी एवं समाज उद्यान के उद्देश्य से किया है, जिसमें ईसीएल के प्रत्येक क्षेत्र की ओर से कुछ यूनिक थीमों पर स्टॉल्स लगाए गये। जिसमे शताक्षी महिला मंडल के द्वारा आयोजित मेले में खान-पान समेत अन्य समाग्री की प्रदर्शनी किया गया। जिसे सभी ने ख़ूब सराहा। इस अवसर पर कुनुस्तोड़िया क्षेत्र के महाप्रबंधक श्री ए.के सिन्हा के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के महाप्रबंधक, अधिकारीगण, कर्मचारीगण, यूनियन के पदाधिकारीगण, महिलायें, पुरुष तथा बच्चे भी उपस्थित थे।
ईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री अंबिका प्रसाद पांडा की पत्नी सह शताक्षी महिला मंडल की अध्यक्षा पुष्पीता पांडा ने कहां इस उमंग तरंग मेले का मुख्य उद्देश्य आपसी ताल-मेल एवं एक सुन्दर परिवेश तैयार करना, मेले से जो मुनाफा आता है उसे हम लोग सामाजिक कार्यों में लगाते है।इस मेले में ईसीएल के सभी 13 एरिया से स्टाल लगाई गई है।जिसमे घरेलू समाग्री से तैयार की गई तरह तरह व्यंजन,खानपान की समाग्री सहित हाथ से बनी विभिन्न प्रकार के वस्तु है।वही इस मेले में एक तरह जहां ग्रामीण दृश्य के साथ आधुनिक स्वरूप को भी बखूबी प्रस्तुत किया गया।इस मेले में जहां मुख्य आकर्षन का केंद्र बिहार व उत्तर प्रदेश के पसंदीदा लिट्टी चोखा एवं ठेकुआ, बंगाली व्यंजन, राजस्थानी व्यंजन,चाइनीज फूड आदि है जो इस मेले के स्टाल में उपलब्ध किया गया है।इस मेले को लेकर ईसीएल के कुनुस्तोड़िया क्षेत्र के महाप्रबंधक अनिल कुमार सिन्हा ने कहां कि यह मेला का पूर्णता महिलाओ के द्वारा आयोजित की जाती है हम लोग सहयोग मात्र करते है वर्तमान समय में हर क्षेत्र में महिलाओ की भूमिका अग्रणी है।सामाजिक परिवेश को मजबूर के करने तहत इस मेले आयोजन किया जाता है।