“सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए कार्यकर्ता निर्माण आवश्यक” : अजय नंदी

 

राम शरद कोठारी स्मृति संघ की नई कार्यकारिणी की घोषणा

कोलकाता । दुनिया भर के कई देशों की संसद में वेद मंत्रों का उच्चारण होता है। हमें गर्व होना चाहिए कि भारतीय परंपरा विश्व में सर्वोपरि है। इसको संभालना और आगे बढ़ाना हम सब की जिम्मेदारी है। अतः सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए कार्यकर्ता निर्माण जरूरी है..।” ये विचार हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व क्षेत्र संघचालक अजय नंदी के। वह महानगर की सुविख्यात सामाजिक संस्था राम-शरद कोठारी स्मृति संघ की वार्षिक योजना बैठक में बतौर अध्यक्ष संबोधन कर रहे थे। नंदी ने कहा कि लक्ष्य आधारित कार्य ही पूर्ण होता है।

वार्षिक योजना बैठक स्थानीय पवनपुत्र सभागार, बेलियाघाटा में आयोजित हुई। संस्था के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल (लाला) जी ने विगत वर्षों में संस्था द्वारा किये गए कार्यों यथा प्रतिभा सम्मान, रक्तदान उत्सव, कार्तिक पूर्णिमा (बलिदान दिवस), भारतीय नववर्ष स्वागतोत्सव आदि के बारे में विस्तार से बताया। अग्रवाल ने बताया कि कैसे कोरोना महामारी के दौरान जब हर तरफ दहशत का माहौल था एवं अम्फान तूफान की विभीषिका में भी संस्था के सदस्य पीड़ित परिवारों के साथ खड़े थे। उन्होंने आगे कहा कि हम सब के लिए बड़े ही हर्ष का विषय है कि हर एक हिन्दू का सपना अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण पूरा हो रहा है और हम सभी इस पल के साक्षी बनने जा रहें हैं। उन्होंने अयोध्या में राम-शरद मार्ग के निर्माण की अनुमति के लिए भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार का विशेष धन्यवाद दिया।

मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्व क्षेत्र के संपर्क प्रमुख एवं संस्था के संरक्षक विद्युत मुखर्जी ने संस्था के घोषित नए अधिकारियों और सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज से 75 वर्ष पूर्व देश को आज़ादी मिली, पर स्वतंत्रता नहीं मिली। अयोध्या में रामलला की जन्मभूमि को वास्तव में 1990 में स्वतंत्रता मिली जब कोठारी भाइयों और अन्य कारसेवकों ने अपने प्राणों की आहुति दी। देश निर्माण और समाज जागरण के लिए संस्था को और कार्यकर्ता चाहिए। स्वामी विवेकानंद ने भी कहा था कि दक्ष मनुष्य चाहिए। उन्होंने संस्था के सभी सदस्यों को आग्रह किया कि वे नए सदस्य जोड़े। जो समाज के लिए कार्य करते है उनको समर्पण भाव रखना पड़ेगा।

आज के कार्यक्रम के प्रधान अतिथि दिव्य प्रेम सेवा मिशन, हरिद्वार के संस्थापक अध्यक्ष एवं संस्था के संरक्षक डॉ आशीष गौतम ने कहा कि बलिदानी राम शरद जी का धरती पर आना परम पिता परमेश्वर की इच्छा थी। बलिदानी कोठारी भाइयों को आप की संस्था ने जीवंत रखा है। उन्होंने संस्था को आह्वान किया कि दोनों भाइयों की आत्मा की शांति के लिए एक यज्ञ करवाये जिसमें दिव्य प्रेम सेवा मिशन का पूरा सहयोग रहेगा।

कार्यक्रम का संचालन अशोक जायसवाल तथा धन्यवाद ज्ञापन रजत चतुर्वेदी ने किया। प्रभात जैन ने ‘वंदे मातरम्..’ गीत प्रस्तुत किया। संस्था के सचिव रजत चतुर्वेदी ने पिछले वर्षों में हुए कार्यक्रमों एवं विशाल बागला ने लेखा जोखा सदस्यों के सामने प्रस्तुत किया। अगले वर्ष होने वाले कार्यक्रमों के बारे में सह सचिव पंकज चौधरी ने विस्तृत जानकारी दी।

आज संस्था की नई कार्यकारिणी घोषित हुई राजेश अग्रवाल (लाला) जी को पुनः अध्यक्ष घोषित किया गया।

बलिदानी कोठारी भ्राताओं की बहन एवं संस्था की संरक्षिका पूर्णिमा कोठारी कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित थीं। नवगठित कार्यसमिति के सलाहकार सदस्य अरुण मल्लावात ने बताया कि संस्था के सभी सदस्यों ने पूरे जोश के साथ आने वाले सभी कार्यक्रमों को सफ़ल बनाने का प्रण लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रदीप अग्रवाल, अनिता बुबना, आंनद जायसवाल, रोहित शर्मा, सुनील लाखोटिया, अभिषेक बजाज ने अग्रणी भूमिका निभाई।

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