रानीगंज। पश्चिम बर्दवान जिले में पुलिस दिवस मनाया जा रहा है। जिले के हर थाना क्षेत्र में छोटे से लेकर बड़े असतर तक, विभिन्न सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम मे रानीगंज थाना अंतर्गत निमचा पुलिस फाड़ी की पहल पर, निमचा पुलिस फाड़ी द्वारा इस दिन पुलिस दिवस मनाया गया। पुलिस दिवस के अवसर पर, आदिवासी क्षेत्रों के तिरत ग्राम पंचायत – हरभंगा, हरनपुर में तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कई आदिवासी गाँवों के छात्र-छात्राओं, पुरुषों और महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में सभी आदिवासी लोग अपने पारंपरिक परिधान, पंची, धोती पहने, तीर चलाने से लेकर धमसा, मादल की धुन पर नाचते-गाते हुए दिखाई दिए। पुलिस प्रशासन ने तीरंदाजी प्रतियोगिता के विजेताओं और हारने वालों दोनों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर रानीगंज थाना प्रभारी विकास दत्ता, तिरात ग्राम पंचायत के प्रधान संतोष चटर्जी, निमचा फाड़ी अधिकारी बुद्धदेव गायेन, तिरात ग्राम पंचायत सदस्य बबलू हासदा, रानीगंज पूर्व प्रखंड अध्यक्ष विनोद नुनिया आदि उपस्थित थे। रानीगंज थाना प्रभारी विकास दत्ता ने कहा कि पहले सितंबर को पुलिस दिवस घोषित किया गया है। पुलिस जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहती है। वहीं, हरभंगा आदिवासी गांव निवासी गोविंदा चरदे ने कहा कि पुलिस दिवस के अवसर पर रानीगंज थाना क्षेत्र के आदिवासी बहुल इलाकों में आदिवासियों के पारंपरिक हथियार तीर-धनुष यानी तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। हम स्थानीय लोगों को इस पर बहुत गर्व है। मैं चाहूंगा कि भविष्य में निमचा थाना अन्य आदिवासी सामाजिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करे। उधर, तिराट ग्राम पंचायत के सदस्य बबलू हांसदा ने कहा, “पुलिस दिवस क्या होता है? आदिवासी इलाकों में बहुत से लोग नहीं जानते, लेकिन पुलिस प्रशासन स्थानीय लोगों को पुलिस दिवस के बारे में बताता है और उन्हें नशे की समस्या के प्रति पूरी तरह जागरूक करता है। तीरंदाजी प्रतियोगिता के विजेताओं और उपविजेताओं को पुरस्कृत किया जाता है। आदिवासी बहुल इलाकों में इस तरह की पहल करने पर हमें गर्व महसूस होता है।”