सरकारी नियमों को ताक पर रख आसनसोल शिल्पांचल क्षेत्रों में हो रहा कोयला-बालू चोरी

रानीगंज । कोयला एवं बालू लूट को लेकर अभी आसनसोल शिल्पांचल चर्चा में है।  राज्य के कोलकाता के साथ-साथ देश के दिल्ली की भी नजर अभी शिल्पांचल पर टिकी हुई है क्योंकि शिल्पांचल एक दुधारू गाय है। सभी बड़े नेता इस गाय को अपने पास रखना चाहते हैं। अवैध कारोबार में शिल्पांचल से करोड़ों रुपए की लूट हो रही है। जब  इस खेल का सारा कंट्रोल राज्य सरकार के हाथ में था उस समय केंद्र की नजर इस अवैध कारोबार की लूट पर पड़ी। जिसके बाद केंद्रीय एजेंसी सीबीआई एवं ईडी राज्य में सक्रिय हो गई। इसके बाद राज्य में कई घोटालों का पर्दाफाश हुआ। जिसमें कई बड़े-बड़े नेताओं का नाम सामने आया। कई बड़े नेता अभी भी जेल में है जबकि कुछ की जमानत हुई है। अभी भी कई नेताओं का नाम सीबीआई तथा ईडी की लिस्ट में है। चूंकि केंद्र की नजर करोड़ों की अवैध लूट पर थी इसलिए कई जगहों पर सौदा हुआ तथा इसका परिणाम यह हुआ की कई बड़े नेता तृणमूल में शामिल हो गए तथा कई नेताओं ने गुपचुप तरीके से तृणमूल में रहते हुए अपनी सेटिंग कर ली। जिसके बाद परिणाम यह देखा गया कि सीबीआई तथा ईडी की जांच में  साफ तौर ढिलाई पर देखी गई। जिसे लेकर कोर्ट से सीबीआई एवं ईडी को फटकार भी देखने को मिली। सूत्रों के हवाले से खबर यह है कि अब इस लूट के खेल में केंद्र एवं राज्य की सेटिंग हो चुकी है। इसलिए अब कोई भी नए मामले में करवाई होती नहीं दिख रही है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि कुछ दिनों से समाचार पत्रों में ईसीएल के विभिन्न डिपो से कोयला लिफ्टिंग के नाम पर कोयला चोरी की खबरें प्रकाशित हुई विभिन्न कोयला खदानों से भी कोयला चोरी देखी गई एवं इसकी खबरें भी समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई। शिकायतें भी की गई मुकदमे भी किए गए परंतु कोई भी कार्रवाई नहीं देखी गई। कुछ साल पहले तक नदी से अवैध बालू खनन को लेकर केंद्रीय एवं राज्य की नजर नहीं थी लोकल स्तर पर बालू माफिया एक लिमिट में बालू चोरी करते थे परंतु जब राज्य की नजर बालू पर पड़ी तब राज्य अपने कंट्रोल में लेकर अवैध रूप से एनजीटी नियमों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से सैकड़ो की संख्या में ट्रकों से बालू की ढुलाई होने लगी। हालांकि निर्माण कार्यों में बालू की जरूरत सभी को है। परंतु नदी से बालू निकालने के कई सरकारी नियम बनाए गए हैं। परंतु ज्यादा लालच एवं सभी तबकों तक पैसे की बंदर बांट की वजह से सारे सरकारी नियमों को तक पर रखकर बालू निकाला जाने लगा। कभी नदी की सफाई के नाम पर तो कभी सरकारी ठेका के नाम पर सीधे नदी से पोकलेन एवं जेसीबी मशीनों के माध्यम से बालू निकाला जाने लगा। अभी वर्तमान में रानीगंज के बल्लभपुर दामोदर नदी घाट से कोलकाता की एक कंपनी द्वारा अवैज्ञानिक तरीके से बालू निकाला जा रहा है। यही नहीं बल्लभपुर के शमशान घाट के पास नदी की धारा को रोक दिया गया है। शाम की झलक अखबार में लगातार इन खबरों को प्रकाशित किया फिर भी कोई भी कार्रवाई देखने को नहीं मिली। इससे साफ पता चलता है की सेटिंग कितनी दमदार है। इस खेल में पक्ष एवं विपक्ष दोनों की मिली भगत से इनकार नहीं किया जा सकता। अभी हाल में ही कोयला एवं बालू को लेकर मुख्यमंत्री का सख्त संदेश आया। इसके बाद दिखावे के लिए एक पुलिस अधिकारी को सस्पेंड किया गया। एवं कुछ अधिकारियों की बदली की गई। इसके बाद बीते 22 दिसंबर से सभी कार्यों पर ब्रेक लग गया। अब नए साल में 15 जनवरी के बाद से सारे कार्य शुरू होने वाले हैं। वहीं दूसरी और शुक्रवार को रानीगंज के न्यू एगारा इलाके में एक धार्मिक कार्यक्रम में राज्य के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी पहुंचे उन्होंने अपने भाषण से शिल्पांचल की राजनीति को गर्मा दिया है। एक तरफ तो उन्होंने हिंदुत्व को लेकर 2026 विधानसभा चुनाव की ओर इशारा किया एवं हिंदुओं को एकजुट होने को कहा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कहती है कि अगर राज्य में तृणमूल हार गई तो लक्ष्मी भंडार बंद हो जाएगा परंतु ऐसा नहीं है भाजपा के आने से लक्ष्मी भंडार 1000 की जगह ₹3000 हो जाएगा घर-घर मुफ्त में पानी मिलेगा, मुफ्त में शौचालय, मुफ्त में सोलर लाइट मिलेगी तथा आवास योजना में तीन लाख तक रुपए मिलेंगे। साथ ही हिंदुओं की सुरक्षा की गारंटी भी मिलेगी जो अभी नहीं है यहां हिंदू डर के माहौल में रह रहे हैं बांग्लादेश में हिंदुओं की जैसी स्थिति है यहां भी वैसी हो जाएगी इसके बाद हिंदुओं को यहां से पलायन करना पड़ेगा। जिस तरह से कश्मीर में करना पड़ा। क्योंकि तृणमूल के मंत्री ही कहते हैं कि अब हमारी संख्या यहां बढ़ गई है। उन्होंने अवैध खदानों के ऊपर कहा कि रानीगंज, पांडेश्वर, बराबनी, जामुड़िया में कभी भी कहीं भी धंसान हो सकती है। उन्होंने साफ कहा कि कुछ दिनों से कोयला का अवैध कारोबार बंद था अब तीन तारीख से शुरू हो चुका है। सिंडिकेट को लेकर उन्होंने कहा कि अब नई बोतल में पुरानी शराब। उन्होंने अवैध बालू को लेकर कहा कि दामोदर एवं अजय नदी के अस्तित्व को इन्होंने खत्म कर दिया है। वहीं उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि अवैध कोयला के साथ-साथ इलाके के सभी नदियों से अवैध रूप से बालू निकाला जा रहा है इसमें कोयला एवं बालू माफिया लगे हुए हैं। पश्चिम बर्दवान जिला के तृणमूल अध्यक्ष तथा पांडेश्वर के विधायक नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा है कि वह इस इलाके के कोयला एवं बालू के अवैध 100 में से 80% रुपए पुलिस प्रोटेक्शन में कोलकाता पहुंचाते हैं। प्रकृति मां को नष्ट कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने इलाके के थाना प्रभारी पर भी आरोप लगाया है कि इस इलाके के एक थाना प्रभारी एक करोड़ रुपए तक अवैध वसूली मिलती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Open chat
1
Hello
Can we help you?