
कोलकाता, एक जनवरी । तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बुधवार को पूरे पश्चिम बंगाल में अपना 28वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर पार्टी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के लोगों के अधिकारों के लिए पार्टी के संघर्ष को जारी रखने का संकल्प लिया। एक जनवरी 1998 को टीएमसी की स्थापना की याद करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि पार्टी आम जनता के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
ममता बनर्जी ने कहा, “सबसे पहले, मैं आप सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। साथ ही, आज हमारे दल का स्थापना दिवस भी है। इस वर्ष के स्थापना दिवस पर, मैं आप सभी के साथ अपने द्वारा लिखे और कंपोज किए गए गीत को साझा कर रही हूं, जिसे प्रसिद्ध गायक इंद्रनील सेन ने गाया है। बंगाल के लोगों के अधिकारों की लड़ाई जारी है और आगे भी जारी रहेगी।
जय हिंद! जय बांग्ला! वंदे मातरम! तृणमूल कांग्रेस जिंदाबाद! मां-माटी-मानुष जिंदाबाद!”
इस अवसर पर टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं के समर्पण और बलिदान के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “टीएमसी देश और राज्य के लोगों के कल्याण के लिए समर्पित है। मैं सभी टीएमसी कार्यकर्ताओं की मेहनत और बलिदान को सलाम करता हूं। वे हमारी पार्टी की रीढ़ हैं। नए साल में, हमें भविष्य की चुनौतियों के लिए नए उत्साह के साथ तैयार होना होगा।”
पार्टी के मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं ने झंडा फहराकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कोलकाता और अन्य जिलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैलियां और झंडा फहराने की रस्म के जरिए स्थापना दिवस मनाया गया। उत्तर 24 परगना, नदिया और पुरुलिया जैसे जिलों में पारंपरिक नृत्य, मिठाई वितरण और पार्टी के भविष्य के विजन पर चर्चा जैसे आयोजन हुए।
टीएमसी की स्थापना 1998 में कांग्रेस से अलग होकर हुई थी। ममता बनर्जी के नेतृत्व में 2011 में पार्टी ने वाम मोर्चा सरकार को हराकर सत्ता में कदम रखा। 2021 के विधानसभा चुनावों में लगातार तीसरी बार जीत हासिल कर ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री के रूप में अपनी स्थिति और मजबूत की।
ममता बनर्जी के इस संदेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में नया उत्साह भर दिया है। उनका यह संकल्प कि बंगाल के अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रहेगी, पार्टी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
