
कोलकाता । भागवताचार्य श्रीनिवास शर्मा श्रीजी ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के साथ, गौमाता को चराने, गांव की गोपिकाओं के घर में घुसकर दूध – दही एवं माखन खाने सहित अन्य बाल लीलाओं की संगीतमय कथा सुना कर मुग्ध किया । उन्होंने कहा श्रीकृष्ण लीला से श्रद्धालु भक्तों की आस्था मजबूत होती है कि भक्त जब भगवान को याद करता है, भगवान उसकी रक्षा के लिये अवतरित होते हैं । भागवताचार्य श्रीजी ने माता यशोदा के वात्सल्य को नटखट कृष्ण के प्रति स्नेह, ममता एवं प्रेरक बताया । मैया मोरी में नहीं माखन खायो…. भक्ति भजनों की अमृतवर्षा एवम् भगवान श्रीकृष्ण के जयकारे से पी एस मैग्नम में भक्तिमय वातावरण हो गया । भागवताचार्य श्रीजी ने कहा श्रीकृष्ण अपने बाल्यकाल में जब बांसुरी बजाते थे, तब सभी मुग्ध होकर उनसे स्नेह करते थे । भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण को कन्हैया, श्याम, गोपाल, द्वारकाधीश आदि नाम से भी जाना जाता हैं । सुशील अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, रवि गोयल, श्रीबल्लभ दुजारी, समितेष अग्रवाल, चन्द्र प्रकाश गाड़ोदिया, ओम प्रकाश तोसावड़, एस के गांधी, आलोक पोद्दार, नारायण दास भट्टड़, विनोद तोषनीवाल, आलोक परसरामपुरिया, द्वारका डिडवानिया, कमल मल्ल, बिमल अग्रवाल, राजेश गर्ग, नीलू अग्रवाल, शशि अग्रवाल, अनिता दुजारी, सरोज अग्रवाल, मंजू कुलथिया, ममता अग्रवाल, रेखा सिंह, संजय पृथानी, सुचित्रा भानीरामका, संतोष तोसावड, मीनाक्षी चांदगोठिया एवम श्रद्धालुओं ने व्यास पीठ का पूजन किया ।
