पशु कल्याण का नेतृत्व करनेवाले “छाया एनिमल हॉस्पिटल” की ओर से “आवाजहीनों को आवाज देना” विषय पर इंटरेक्टिव चर्चा सत्र का सफल आयोजन

कोलकाता 11 अगस्त, 2024: पंजीकृत ट्रस्ट पीपल फॉर द रेस्पेक्ट एन केयर ऑफ एनिमल्स (पीआरसीए) के तत्वावधान में “छाया एनिमल हॉस्पिटल” ने कोलकाता के केनिलवर्थ होटल में “एम्ब्रेस कम्पैशन – गिविंग अ वॉयस टू द वॉयसलेस” विषय पर इंटरेक्टिव सेशन का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के विभिन्न अंचल में घायल, परित्यक्त और दुर्व्यवहार किए गए पशुओं की देखभाल और उन्हें आश्रय प्रदान करने में छाया एनिमल हॉस्पिटल की ओर से किये जा रहे असाधारण प्रयासों पर विस्तृत प्रकाश डाला गया।

इस कार्यक्रम में दिलीप दोशी (पूर्व क्रिकेटर), राजू भारत (सीएमडी, केनिलवर्थ होटल्स), उत्सव पारेख (चेयरमैन, एसएमआईएफएस, कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड), गौरांग जालान (फिल्म निर्माता, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता), श्री बिक्रम घोष (उस्ताद तबला वादक), सुश्री आलोकानंद रॉय (डांसर एवं सामाजिक कार्यकर्ता), डॉ. वी.आर. रामनन (निदेशक, पीयरलेस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स), देबाशीष कुमार (विधायक), राजीव गुजराल (पूर्व निदेशक, ताज इंटरनेशनल होटल्स), मनीष हेमानी (समन्वयक, अरहम युवा सेवा समूह, पारसधाम कोलकाता) समित मल्होत्रा (एथलीट, राष्ट्रमंडल खेल पदक विजेता एवं प्रतिष्ठित व्यवसायी), वीरेन सोहनराज सिंघवी (अध्यक्ष, सिंघवी चैरिटेबल ट्रस्ट एवं प्रतिष्ठित व्यवसायी) के साथ समाज में कई अन्य प्रतिष्ठित हस्तियां इसमें शामिल हुए।

इस कार्यक्रम में पशु प्रेमियों, देखभाल करने वालों और नागरिक समाज और सरकारी अधिकारियों के साथ अस्पताल की व्यापक सेवाओं और 2008 में इसकी स्थापना के बाद से इसके प्रभाव के बारे में जानने के लिए सभी को एक साथ लाया गया। 40,000 वर्ग फुट के निर्मित क्षेत्र के साथ यह अस्पताल 66 अच्छी तरह हवादार केनेल, एक ऑपरेशन थियेटर और सौर ऊर्जा से चलने वाली सुविधाओं सहित अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है, जो आज तक 100,000 से अधिक पशुओं की इष्टतम देखभाल सुनिश्चित कर चुका है।

छाया की संस्थापक ट्रस्टी सुश्री शारदा राधाकृष्णन ने संगठन के मिशन के बारे में प्रेरक जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य हमेशा जरूरतमंद सड़क पर रहने वाले विभिन्न पशुओं की सेवा करने के साथ उन्हें सुरक्षित आश्रय प्रदान करना और उन्हें वह देखभाल प्रदान करना रहा है, जिसके वे असल में हकदार हैं। हम नो-किल नीति के साथ काम करते हैं और पशुओं के उपचार और पुनर्वास के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं, जिनमें कैंसर या अंग-भंग जैसी गंभीर स्थिति वाले पशु भी शामिल हैं।

इस कार्यक्रम में छाया की ओर से चल रही विभिन्न परियोजनाओं पर प्रस्तुतियाँ दी गईं। जिसमें घायल गायों और घोड़ों के लिए उनकी अभिनव गौशाला और सीएनवीआर से जुड़ा कार्यक्रम शामिल है, जिसके तहत हर महीने लगभग 200 कुत्तों को टीका लगाया जाता है।

समुदाय से प्राप्त समर्थन पर प्रकाश डालते हुए अस्पताल की स्थापना और विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले उत्सव पारेख और आर. चमारिया को उनके विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस मौके पर दिलीप दोशी ने कहा, जो शुरुआत से ही इससे जुड़े हुए हैं, छाया पशु अस्पताल की सफलता पशु कल्याण के लिए प्रतिबद्ध समर्पित व्यक्तियों और संगठनों के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण है।

कार्यक्रम का समापन इस उद्देश्य के लिए निरंतर समर्थन और भागीदारी के लिए कार्रवाई के आह्वान के साथ हुआ। छाया एनिमल हॉस्पिटल पशुओं को विशेष देखभाल प्रदान करने और उन लोगों को आवाज़ देने के अपने मिशन में दृढ़ है, जो खुद के लिए नहीं बोल सकते।

गौरांग फिल्म्स द्वारा छाया की गतिविधियों के बारे में बनाई गई एक लघु फिल्म सभी के मन में यह विचार उत्पन्न करेगी कि कैसे एक साथ मिलकर इनके लिए काम किया जा सकता है: https://youtube.com/watch?v=gvyyzXAlHlo&feature=shared

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