कोलकाता : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की रविवार को नव गठित कार्यसमिति में पश्चिम बंगाल का दबदबा रहा है। पार्टी की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि 17 लोगों को लेकर पोलितब्यूरो का गठन हुआ है जिसमें तीन नए सदस्य शामिल किए गए है। इनमें पश्चिम बंगाल के रामचंद्र डोम को भी जगह मिली है। मूल रूप से बीरभूम के रहने वाले रामचंद्र पेशे से डॉक्टर हैं और 2009 से 2014 तक बोलपुर लोकसभा से सांसद रहे हैं। इसके अलावा नवगठित केंद्रीय कमेटी में इस बार पश्चिम बंगाल से शमिक लाहिरी , देवलीना हेमब्रम और सुमित दे को भी जगह मिली है।
शमिक लाहिरी बंगाल में माकपा के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के संसदीय क्षेत्र डायमंड हार्बर से पार्टी के लोकप्रिय चेहरा रहे शमिक ने 2021 के विधानसभा चुनाव में और उसके बाद के नगरपालिका चुनावों में पार्टी के लिए काफी काम किया था।
इसी तरह से देवोलीना हेम्ब्रम माकपा नेतृत्व में सबसे चर्चित आदिवासी चेहरा हैं। वर्ष 2006 से 2011 के बीच वाममोर्चा की आखिरी सरकार में वह आदिवासी कल्याण मंत्री थीं।
इसी तरह से सुमित दे 2021 के विधानसभा चुनाव के समय चर्चित हुए थे जब उन्होंने अपने पूरे इलाके में तृणमूल कांग्रेस को हराने के लिए भाजपा सहित सभी मजबूत दलों के समर्थन की पेशकश की थी। इसके अलावा अब तक वह राज्य समिति के सदस्य थे अब केंद्रीय समिति में जगह मिली है।