सिख बनने के पश्चात जीवन स्वर्ग बन गया राकेश सिंह खनूजा

 

रानीगंज (संवाददाता) 40 वर्षीय जमुरिया निवासी राकेश सिंह खनूजा जो कि पंजाबी समुदाय के हैं सिर में कैश रखने के पश्चात सिख बन गए हैं एवं जमुरिया बाजार गुरुद्वारा के अध्यक्ष भी बन गए हैं। राकेश सिंह खनूजा के परिवार के सदस्य एवं ससुराल के सदस्य काफी खुश हैं। उन्होंने बताया कि बचपन से ही उन्होंने पंजाबी होने के बावजूद भी सिर में केस नहीं रखे थे परंतु कुछ महीने पहले आसनसोल सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों के साथ तखत श्री हरमंदिर साहिब पटना दर्शन करने को गये वहां जाकर तखत साहिब के ग्रंथी को अपना परिचय जमुरिया गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का अध्यक्ष के रूप में दिया तो ग्रंथि जी ने कहा कि सबसे पहले आप सिख धर्म की मर्यादा को धारण करें उसके पश्चात ही गुरु घर की सेवा में अपना योगदान दें राकेश जी ने कहा कि घर वापस आकर उन्होंने प्रण किया कि अब वे सिख बनेंगे एवं उन्होंने अपने सिर में केस धारण कर लिया एवं पगड़ी सजानी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोग पगड़ी में देखकर उनकी काफी इज्जत करने लगे एवं गुरु महाराज की बख्शीश अपार होने लगी उन पर। उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर ने बताया कि हमारे मायके में सभी सिख है जब हमारी शादी जमुरिया निवासी राकेश सिंह खनूजा से हुई थी तब मुझे बहुत दुख हुआ था क्योंकि मैं एक सिख परिवार की थी लेकिन आज गुरु साहिबान ने मेरी अरदास सुन ली है मैं गुरु साहिबान के प्रति लख लख आभार प्रकट करती हूं। मेरे पति गुरु घर की सेवा के साथ-साथ सुबह शाम पाठ भी करते हैं एवं गुरु ग्रंथ साहिब जी के बताए हुए रास्ते पर चल रहे हैं। आसनसोल सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य पदाधिकारी सरदार हरजीत सिंह बग्गा, सरदार जगदीश सिंह संधू, महासचिव सरदार तरसेम सिंह एवं सरदार सुरजीत सिंह मक्कड़ ने कहा कि राकेश सिंह खनूजा के ऊपर गुरु साहिबान की बहुत कृपा हुई है। सिर में पगड़ी सजाने के पश्चात उनका स्वरूप देख कर हम सब गौरवान्वित है। राकेश के पिता जगदीश सिंह, मां जसवीर कौर, एवं ससुर सतपाल सिंह सलूजा बहुत खुश हैं। पूरे जमुरिया शहर में सरदार राकेश सिंह खनूजा की जय जय कार हो रही है।

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