आसनसोल। आसनसोल शिल्पांचल के जाने-माने वरिष्ठ अधिवक्ता समाजवादी नेता एवं राष्ट्रीय जनता दल राष्ट्रीय परिषद के सदस्य नंद बिहारी यादव ने अपने आवासीय कार्यालय में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प चढ़ा कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए 133वीं जयंती मनाई श्री यादव ने इस अवसर पर कहा कि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की का जन्म आज से 133 साल पूर्व महाराष्ट् एक सुदूर गांव में महार जाति में हुआ था बाबा साहब जन्म से मृत्यु तक संघर्ष करते रहे उनका जीवन बहुत ही संघर्ष में गुजर श्री यादव ने बताया कि बाबा साहब का जन्म समाज में तत्कालीन विपरीत परिस्थितियों में हुआ जब भारतीय समाज व्यवस्था पर पूर्ण तक मनुवाद ब्राह्मणवाद का कब्जा था जहां भारत के मूल के 85% जनता को मानसिक रूप से गुलाम बनाकर रखा गया था यहां के बहुजन समाज को जानवरों से भी बेहतर जीवन जीने को मजबूर किया गया था जहां उन्हें नदी तालाब और कुएं पर पीने का पानी भी नहीं मिलता था उन्हें अछूत समझा कर समाज से भगा दिया जाता था और गांव समाज में दूर रखा जाता था वैसे स्थिति में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने शिक्षा को मूल मंत्र मानकर और शिक्षा के माध्यम से समाज को जागरूक करने का काम किया श्री यादव ने कहा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अपने तत्कालीन समय में सबसे उच्च कोटि के शिक्षाविदार विद्वान थे जिन्होंने शिक्षा के सभी दर्शन में उच्च कोटि की शिक्षा प्राप्त किया और कानून विद बनकर देश में गरीब दलित पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज को न्याय दिलाने का काम किया की बाबा साहब भीमराव अंबेडकर भारत के संविधान के निर्माता रहे हैं श्री यादव में आगे बताया की बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने आजादी की लड़ाई भारतीय जनमानस को नई चेतना और क्रांति संघर्ष और न्याय के लिए लड़ना सिखाया और भारत की 80% जनता जो दलित पिछड़ा समाज था उसको शिक्षित होकर संगठित बनाकर संघर्ष करने का राह दिखाए श्री यादव ने आगे कहा कि बाबा साहब ने शिक्षित बनो संगठित हो और संघर्ष करो का नारा दिया था और उन्हें के दिखाएं मार्ग पर चलकर आज गरीब दलित तीसरा उपेक्षित समाज के लोग समाज में डीएम एसपी न्यायविद के पद पर आसीन है श्री यादव ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान भारत की 140 करोड़ जनता का लोकतंत्र का पवित्र ग्रंथ है इसे उन्होंने भारत गणतंत्र का राष्ट्र धर्म और राष्ट्र ग्रंथ बताया उन्होंने कहा कि भारत के संविधान की रक्षा के लिए अपने जान की भी आहुति इस देश की जनता देगी श्री यादव ने वर्तमान में केंद्र में स्थापित नरेंद्र मोदी सरकार को भारत का संविधान विरोधी बताया और उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार 2014 से सत्ता में आने के बाद बाबा साहब द्वारा रचित संविधान जो गरीब दलित पिछले कुछ सामान नागरिकता अधिकार का अधिकार दिया है उसे लगातार छेड़छाड़ करने और भारत के संविधान को खत्म करने के साजिश में लगा हुआ है और इस तरह के संविधान विरोधिकारियों के लिए देश की जनता को सचेत रहने का आह्वान किया श्री यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार अगर भारत के संविधान के साथ छेड़छाड़ करेगी तो उसे गंभीर परिणाम भुगतना होगा और देश की जनता नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकेगी श्री यादव ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर समाज के दबे कुछ ले गरीब लोगों को काम खाकर कम कपड़े पहनकर भूखे पेट रहकर भी शिक्षा और शिक्षित होने को कहा उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा मंत्र है इस मूल मंत्र के द्वारा मनुष्य और भारत के समाज के दबे पिछड़े वर्ग के लोग विकास के मुख्य धारा से जुड़ सकेंगे।