महर्षि दयानंद सरस्वती जी के 200 वीं जयंती के शुभ अवसर पर आसनसोल मे निकाली गई भव्य शोभायात्रा

 

आसनसोल । महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य पर मंगलवार आर्य समाज आसनसोल और आर्य समाज द्वारा संचालित तीनों विद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आर्य कन्या विद्यालय से एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस शोभायात्रा में आर्य कन्या, डीएवी तथा दयानंद विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। यह शोभायात्रा मोरगासोल आर्य कन्या विद्यालय परिसर से शुरू होकर डी.ऐ.वी हाई स्कूल, बुधा, आसनसोल में आकर संपन्न हुआ। इस शोभा यात्रा में तीनो विद्यालय के 5000 से अधिक छात्र छात्राओं ने भाग लिया। शोभायात्रा से पहले एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मौके पर आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, आर्य समाज आसनसोल द्वारा संचालित तीनों स्कूल के सचिव जगदीश प्रसाद केडिया, तीनों स्कूल के अध्यक्ष नथमल शर्मा, जगदीश शर्मा, नंद किशोर अग्रवाल, आसनसोल नगर निगम के एमएमआईसी गुरुदास चटर्जी, बोरो चेयरमैन राजेश तिवारी, आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव शंभूनाथ झा, आर्य समाज आसनसोल के मंत्री मनोज कुमार केडिया, महावीर स्थान सेवा समिति के सचिव अरुण शर्मा, विजय शर्मा, दयानंद विद्यालय के शिक्षक प्रभारी नारायण पासवान, डी.ए.वी के शिक्षक प्रभारी उपेन्द्र कुमार सिंह , आर्य कन्या उच्च विद्यालय के शिक्षिका प्रभारी उर्मिला ठाकुर, सीपीआई युवा नेता हेमंत मिश्रा तथा तीनों स्कूल के विद्यार्थी और शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि आज से 200 साल पहले दयानंद सरस्वती ने शिक्षा के महत्व को समझते हुए सभी को शिक्षित होने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि शिक्षा बेहद जरूरी है और आज 200 साल बाद भी उनकी यह बात प्रासंगिक है। उन्होंने जगदीश प्रसाद केडिया की सराहना करते हुए कहा कि जिस तरह से उन्होंने इस क्षेत्र में शिक्षा का प्रचार प्रसार करने का बीड़ा उठाया है। उसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। वही गुरदास चटर्जी ने भी आज के दिन के महत्व पर रोशनी डालते हुए कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण दिन है। आज ही के दिन दयानंद सरस्वती जैसे महान विभूति का जन्म हुआ था, जिन्होंने समाज में मूलभूत परिवर्तन लाया था। वहीं जगदीश प्रसाद केडिया ने कहा कि दयानंद सरस्वती के योगदान को इस बात से समझा जा सकता है कि उनकी 200वीं जन्म जयंती को मनाने के लिए जिस कमेटी का गठन किया गया है उस कमेटी के प्रधान देश के प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि दयानंद सरस्वती के पदचिन्हों पर चलते हुए सबको शिक्षा के प्रचार प्रसार में अपने-अपने स्तर पर योगदान करने की जरूरत है। आर्य समाज आसनसोल महर्षि दयानंद सरस्वती जी के 200 वीं जयंती के उपलक्ष्य में कलकत्ता आर्य समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम के लिए 2 लाख रुपया का अनुदान दिया है।

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