ट्रेनों की आवृत्ति बढ़ाने के लिए कोलकाता मेट्रो रेलवे में लागु होगी तीसरी रेल प्रणाली

 

कोलकाता, 10 अगस्त । देश की सबसे पुरानी मेट्रो रेल सेवा कोलकाता रेलवे में जल्द ही तीसरी रेल प्रणाली शुरू की जाएगी। इससे पीक आवर्स के दौरान ट्रेन की आवृत्ति में वृद्धि होगी।

रेलवे सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि तीसरी रेल प्रणाली को मेट्रो रेलवे सेवा प्राधिकरणों द्वारा लंदन, मॉस्को और सिंगापुर जैसे वैश्विक शहरों में अपनाया गया है।

कोलकाता मेट्रो रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा कि तीसरी रेल प्रणाली शुरू करने की पहल अगले दो वर्षों के भीतर पूरी होने की उम्मीद है।

रेलवे सूत्रों ने बताया कि इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। प्रक्रिया पूरी होते ही तीसरी रेल प्रणाली लगाने का काम तुरंत शुरू हो जाएगा।

तीसरी रेल प्रणाली में रेलवे ट्रैक के लिए पारंपरिक स्टील का उपयोग करने के बजाय एल्यूमीनियम निर्मित ट्रैक लगाए जाएंगे। इससे पटरियां अधिक गर्मी प्रतिरोधी हो जाएंगी और बिजली की खपत भी कम होगी।

शहर के सिविल इंजीनियर प्रदीप्त मित्रा ने कहा कि एल्युमीनियम से बने ट्रैक का दीर्घायु कारक पारंपरिक स्टील से बने ट्रैक की तुलना में बहुत अधिक है क्योंकि इसमें जंग लगने का कोई सवाल ही नहीं है।

मित्रा ने कहा, “दूसरी बात यह है कि धातु के रूप में एल्युमीनियम पहियों के घर्षण के प्रति बेहतर प्रतिरोधी है, जो ऐसे ट्रैक को बेहतर दीर्घायु बनाने में भी सक्षम बनाता है।”

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