मुख्तार अंसारी का गढ़ जहां से आज तक भाजपा नही चख सकी जीत का स्वाद,क्या बाहुबली इस बार भी लहरायेगा परचम?

 

 

पूर्वांचल- भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का एक हिस्सा जिसे पूर्वांचल के नाम से जाना जाता है कहा जाता है कि पूर्वांचल जिस सियासी पार्टी पर मेहरबान हो जाता है वह पार्टी सत्ता सुख प्राप्त करने में सफल मानी जाती है पूर्वांचल के समीकरण को समझें तो यहां पर जातिगत समीकरण और बा’हुब’ल का बोलबाला माना जाता है जब बात पूर्वांचल की और बा’हुब’ली की हो तो मऊ की सदर सीट से विधायक मुख्तार अंसारी का नाम लिए बिना यह च’र्चा पूरी नहीं हो सकती है।

मऊ की सदर सीट से विधायक मुख्तार अंसारी पूर्वांचल ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश का एक बड़ा नाम माने जाते हैं जहां एक तब’का उन्हें बा’हुब’ली और मा’फिया डॉ’न का नाम देता है तो वहीं दूसरी तरफ एक बड़ा तब’का ऐसा है जो मुख्तार अंसारी को गरी’बों का मसीहा के नाम से पुकारता है मुख्तार अंसारी पिछले कई सालों से जे’ल में बं’द है जो अभी फिलहाल उत्तर प्रदेश की बांदा जे’ल में है मुख्तार ने जे’ल में रहकर कई बार चुनाव जीता है
यहां तक की 2017 में जब भाजपा की ल’हर बताई गई तब भी मुख्तार अंसारी ने अपनी जीत का सिलसिला कायम रखते हुए जे’ल में रहकर विजयी पताका फहराने में कामयाबी हासिल की थी।मुख्तार अंसारी की विधानसभा वाली वह सीट जहां पर 1980 में भाजपा के वजूद में आने के बाद आज तक यहां से भाजपा जीत के लिए तरसती रही है।मऊ विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने अब तक कम्युनिस्ट पार्टी,कांग्रेस, जनता पार्टी,बसपा और यहां तक कि निर्दल प्रत्याशी तक को भी मौका दिया लेकिन भाजपा को हमेशा से नका’र’ता रहा है।

बा’हुब’ली विधायक मुख्तार अंसारी के क’ब्जे वाली मऊ विधानसभा की सदर सीट पर अगर वर्तमान स्थितियों पर च’र्चा की जाए तो आज भी वहां पर हर आम व खास की जुबान पर मुख्तार के अलावा कोई भी नाम नहीं होता है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंसारी परिवार पर एक पर एक सैकड़ों का’र्र’वाई की लेकिन मुख्तार का किला है कि ढ’हने का नाम नहीं ले रहा है
अक्सर ऐसे सवा’ल उठाए गए कि क्या 2022 का विधानसभा चुनाव भी बा’हुब’ली मुख्तार अंसारी पहले की तरह जीत पाएंगे? इस सवाल के जवाब में मऊ सदर की जनता ने अधिकांश तौर पर कहा कि मुख्तार अंसारी के अलावा वो किसी और के बारे में सोचते भी नहीं है

जब इसकी वजह जानने की कोशिश की गई तो लोगों ने साफ कहा कि मुख्तार भले ही जे’ल में हो लेकिन आज भी किसी भी बहन बेटी की शादी करनी हो, किसी का इ’लाज करवाना हो या ऐसी ही किसी और जरूरत को लेकर अगर वह अंसारी परिवार के लोगों तक पहुंचते हैं तो कभी खाली हाथ वापस नहीं लौटते हैं।
मुख्तार अंसारी की शोहरत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता तक इस बात को खुलकर स्वीकार करते हैं जिसका प्रमाण है कि पिछले दिनों देश के एक बड़े न्यूज़ चैनल ने मऊ सदर के मतदाताओं से मुख्तार के बारे में सवा’ल किया था तो उसमें भारतीय जनता पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ नेता तक ने भी मुख्तार की सराहना की थी जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वा’यर’ल हुआ था।

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