कोलकाता, 20 मई । राज्य के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार तृणमूल नेता कुंतल घोष की चिट्ठी के आधार पर अभिषेक बनर्जी से हो रही पूछताछ पर तृणमूल ने सवाल खड़ा किया है। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि सारदा चिटफंड मामले में चिटफंड कंपनी के मालिक सुदीप्तो सेन की चिट्ठी में भी शुभेंदु अधिकारी का नाम है। ऐसे में केंद्रीय एजेंसी उनसे पूछताछ क्यों नहीं कर रही है? घोष ने कहा कि मामले में गिरफ्तार एक शख्स ने केवल अभिषेक बनर्जी का नाम ले लिया तो उनसे पूछताछ हो रही है। जबकि इस चिट्ठी में (सुदीप्त की चिट्ठी दिखाते हुए) सेन ने शुभेंदु का नाम लिखा है लेकिन आज तक उनसे कोई पूछताछ नहीं हुई। उन्होंने बताया कि प्रेसीडेंसी जेल में बंद सुदीप्त ने प्रिजनर्स पेटीशन के जरिए न्यायालय को कई पत्र लिखे हैं। कांथी नगरपालिका में जब शुभेंदु अधिकारी का कब्जा था तब प्लान सैंक्शन करने के लिए 50 लाख रुपये ड्राफ्ट और 20 लाख रुपये नगद लिए गए थे। तृणमूल के पास उस चिट्ठी की प्रति है। हमने न्यायालय से वह प्रति मंगाई है। आखिर उसी के आधार पर शुभेंदु से पूछताछ क्यों नहीं होनी चाहिए। शुभेंदु से वे रुपये भी वसूला जाना चाहिए। केंद्रीय एजेंसी आखिर यह भेदभाव क्यों कर रही हैं।
हालांकि इस पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि सब जानते हैं कि सुदीप्त सेन के नाम पर पत्र किसने लिखा है।