नई दिल्ली. अमेरिका के टेक्सास में एक पाकिस्तानी आतंकी ने एक यहूदी मंदिर (सिनेगॉग) में हमला कर लोगों को बंधक बनाने के बाद टेक्सास की जेल में बंद पाकिस्तान की आफिया सिद्दीकी को रिहा करने की मांग की है. आफिया सिद्दीकी पाकिस्तानी नागरिक और वैज्ञानिक हैं. वह एक खूंखार आतंकी है. उसे लेडी अलकायदा भी कहा जाता है. उसे अमेरिकी सैनिकों को मारने के प्रयास के तहत गिरफ्तार किया गया था. न्यूयॉर्क कोर्ट के फैसले के बाद आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में आफिया अमेरिका में 86 साल की सजा काट रही है.
कई खतरनाक साजिशों में लिप्त है आफिया
पाकिस्तान नागरिक डॉ. आफिया सिद्दिकी पर अलकायदा से जुड़े होने का आरोप है. उसपर अफगानिस्तान में अमेरिकी खुफिया एजेंट, सैनिक और अमेरिका में रह रहे पूर्व पाकिस्तानी एंबेसेडर हुसैन हक्कानी को मारने के लिए साजिश का आरोप है. इसके अलावा 2011 में मेमोगेट कांड मुख्य साजिशकर्ता के रूप में भी जाना जाता है. सिद्दिकी 2018 में भी उस समय चर्चा में आई थी जब एक रिपोर्ट में दावा किया गया था पाकिस्तान और अमेरिका में इस बात की डील हुई है कि डॉ शकील अहमद के बदले आफिया सिद्दीकी को लौटाया जाएगा. डॉ शकील अहमद ने अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारने में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की मदद की थी.
न्यूरोसाइंटिस्ट है आफिया सिद्दीकी
आफिया सिद्दीकी मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से न्यूरोसाइंस में पीएचडी है. आतंकी गतिविधियों में उसका नाम 2003 में ही आ चुका था जब एक आतंकी खालिद शेख मोहम्मद ने FBI को उसके बारे में सुराग दिया था. इसके बाद डॉ. आफिया को अफगानिस्तान से गिरफ्तार किया गया. अफगानिस्तान में उसने बगराम की जेल में एक FBI अधिकारी को मारने की कोशिश की थी, जिसके बाद उसे अमेरिका डिपोर्ट कर दिया गया था.
डॉ. आफिया सोशल एक्टिविस्ट भी है, उस पर यह भी आरोप है कि वो जिस चैरिटी संस्थान से कथित तौर पर जुड़ी थी, उसने केन्या में अमेरिकी दूतावास पर हमला किया था. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद FBI ने मई 2002 में आफिया और उसके पति अमजद खान से लंबी पूछताछ की थी.