कोलकाता, 26 अप्रैल । नदिया के तेहट्ट से तृणमूल विधायक तापस साहा ने एक बार फिर पार्टी के एक वर्ग पर फंसाने का आरोप लगाया है। उन्होंने सीधे ‘नई तृणमूल’ (तृणमूल युवा) पर निशाना साधा। तापस ने खुद को पार्टी का पुराना सिपाही बताते हुए दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनके साथ हैं, लेकिन जो लोग 2016 के बाद पार्टी में शामिल हुए हैं, वे साजिश रच रहे हैं।
तापस बुधवार को विधानसभा में समिति की बैठक में शामिल होने आए थे। वहां उन्होंने कहा, ”नई तृणमूल ने मुझे फंसाया है। जो लोग 2016 के बाद आए वे यह साजिश कर रहे हैं।”
तृणमूल द्वारा संचालित नादिया जिला परिषद सदस्य टीना भौमिक साहा, जो तापस के विरोधी माने जाते हैं, पहले ही तापस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर सुर्खियों में हैं। बुधवार को तापस ने टीना पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “मैंने अभिषेक बनर्जी के कार्यालय को एक पत्र लिखा है। उनके कार्यालय में डोना नाम का कोई कर्मचारी है, जो टीना के करीबी हैं। ममता बनर्जी मेरे साथ हैं। मुझे पता है मुझे अपना केस लड़ना है। मुझे अपने पैरों तले की जमीन मजबूत करनी है। मैंने सीबीआई को टीना के रसूख के बारे में बता दिया है।’
तापस पर भर्ती भ्रष्टाचार मामले की जांच में पैसे के बदले में सरकारी नौकरी दिलाने का आरोप लगाया गया है। यह भी आरोप लगाया गया है कि तापस ने राज्य में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के आरोपों में भी प्रमुख भूमिका निभाई थी। उस शिकायत की वजह से सीबीआई ने बीते शुक्रवार दोपहर में तापस के तेहट्ट के घर छापेमारी की थी। सीबीआई के बारह अधिकारियों ने तापस के घर, उसके सहायक के घर और यहां तक कि घर के पास के तालाब की भी तलाशी ली। तापस से सीबीआई की तलाशी और पूछताछ शुक्रवार दोपहर साढ़े तीन बजे तापस के घर पर शुरू हुई और अगले दिन सुबह साढ़े छह बजे तक चली। हालांकि सीबीआई ने उस दिन तापस को गिरफ्तार नहीं किया। करीब 15 घंटे की छापेमारी के बाद तापस के घर से कुछ दस्तावेज मिले थे। तापस ने बाद में दावा किया कि सीबीआई ने उन्हें बताया था कि वह ‘राजनीतिक साजिश के शिकार’ हैं।