कोलकाता, 14 अप्रैल । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को बीरभूम में जनसभा करने के बाद कोलकाता लौटकर दक्षिणेश्वर मंदिर में पूजा पाठ की है। पूर्व घोषित कार्यक्रम के मुताबिक उन्हें शनिवार को दक्षिणेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना करना था लेकिन उस दिन पहला बैसाख यानी बांग्ला नववर्ष होने की वजह से भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद थी। इसे लेकर तृणमूल ने सवाल खड़ा किया था और कहा था कि ऐसे समय में अमित शाह का दक्षिणेश्वर मंदिर दौरा अव्यवस्था सृजित कर सकता है। इसके बाद ही अमित शाह ने अपना कार्यक्रम बदला और शुक्रवार शाम को ही दक्षिणेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना का कार्यक्रम तय किया गया। उसी के मुताबिक बीरभूम की सभा संपन्न कर अमित शाह दक्षिणेश्वर मंदिर पहुंचे और वहां मां काली की पूजा की है। यहां अमित शाह का स्वागत भाजपा नेता और मंदिर के पुजारियों ने की। केंद्रीय गृह मंत्री के दौरे को केंद्र पर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था थी। अधिक संख्या में हावड़ा पुलिस की टीम भी तैनात की गई थी।
भारी सुरक्षा घेरे में अमित शाह मंदिर परिसर में पहुंचे और पूजा अर्चना करने के बाद गाड़ी में बैठकर कोलकाता के वेस्टिन होटल के लिए रवाना हो गए।
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पार्टी नेताओं संग बैठक
– इसी होटल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी नेताओं के संग बंद कमरे में बैठक शुरू की है। यहां प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के अलावा भाजपा के नेताओं ने उनका स्वागत किया है। होटल के कमरे में सांगठनिक बैठक हो रही है। इसमें पार्टी के कई विधायक सांसद और प्रभारी मौजूद हैं। भाजपा सूत्रों ने बताया है कि पिछले पंचायत चुनाव में जीत दर्ज करने वाले पार्टी नेताओं से प्रदेश नेतृत्व का संपर्क बेहतर नहीं होने और तालमेल की कमी को लेकर शाह ने नाराजगी जताई।
उल्लेखनीय शुक्रवार की जनसभा से केंद्रीय गृह मंत्री ने पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव प्रचार का आगाज किया है। उन्होंने राज्य में कम से कम 35 सीटें जीतने का आह्वान किया है।