पचमढ़ी। प्राकृतिक स्थल पंचमढ़ी का रमणीय और मनोहारी छटा प्रकृति प्रेमियों को सदियों से आकर्षित करता आ रहा है। यही वजह है कि महाराष्ट्र विदर्भ सहित देश के सभी भागों से यहां पर्यटकों का तांता सा लगा रहता है। अब तो विदेशी पर्यटकों को भी सतपुड़ा की रानी कही जाने वाली पंचमढ़ी भाने लगी है। सौंदर्यता और रमणीय दृश्य के कारण ही विभिन्न राजनीतिक दलों का मंथन शिविर यहां समय समय पर आयोजित होते रहते हैं। वास्तव में यहां की खूबसूरती यहां के चारों ओर ऊंचे ऊंचे वृक्षों से शुशोभित होती है जो पर्यटकों शैलानियों का मन मोह लेती है।
लेकिन पिछले कुछ दिनों से पचमढ़ी के बीच.टी.आई. के समीप अवैध रूप से तकरीबन 300 वृक्षों की अवैध कटाई छावनी परिषद के पदों पर बैठे भ्रष्ट अधिकारियों, नेताओं और ठेकेदारों की मिलीभगत से की जा चुकी है। कहा जा रहा है कि यहां ठेकेदारों ने हवाई पट्टी के निर्माण हेतु अवैध रूप से विशाल वृक्षों की कटाई जोरों पर है। प्रशासन अधिकारियों और नेताओं की अनदेखी का ही परिणाम है कि यहां गुरुकृपा होटल के सामने मैदान में बड़े पैमाने पर वृक्षों को काटकर पार्किंग स्थल का निर्माण कार्य किया जा रहा है। आम लोगों में अवैध रूप से वृक्षों की हो रही कटाई की चर्चा जोरों पर है कि आखिर कब तक यहां वृक्षों की कटाई होती रहेगी और सरकार और प्रशासन आखिर कब तक आंखें मूंदे रहेगी।