रानीगंज(संवाददाता): सावन के पवित्र माह में झूलन का त्यौहार का विशेष महत्व है। पिछले 2 वर्षों के बाद फिर से एक बार रानीगंज के सुप्रसिद्ध श्री सीताराम जी मंदिर प्रांगण में झूलन मेला उत्सव का आयोजन किया गया । आज शाम विधिवत पूजा अर्चना के पश्चात दर्शकों के लिए मंदिर का प्रांगण खोल दी गई है ।
इस बार के इस झूलन उत्सव के संदर्भ में मंदिर कमेटी के संयोजक प्रदीप सराया ने बताया कि इस वर्ष आकर्षण का केंद्र फिर से बने यह प्रयास हम लोगों ने किया है। एक तरफ हम लोगों ने पवित्र सावन के महीने में भगवान शिव के 12 ज्योतिष लिंग का दर्शन का स्वरूप बनवाया है। वहीं दूसरी ओर प्राकृतिक के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए फल सब्जी फूल को लेकर आकर्षक स्वरूप मैं भगवान शिव राधा कृष्ण , देवी देवताओं का स्वरूप बनाई है । वही भगवान शिव हिमालय पर विराजमान होकर मां गंगा को धरती पर उतारती है। उस दृश्य को दिखाने का प्रयास किया है। इसके अलावा रूद्र अभिषेक इस मंदिर में की गई है। मंदिर के कमेटी अध्यक्ष विमल बाजोरिया ने बताया कि यह मेला 3 दिनों तक चलेगी उसके उपरांत अष्टमी के दिन यहां जन्माष्टमी का त्योहार होगा ।मंदिर जीर्णोद्धार के बाद यह पहला अवसर है। जब इस मंदिर को फिर से संवारने का कोशिश सब लोगों ने की है। रानीगंज के वयोवृद्ध समाजसेवी विश्वनाथ सराफ ने बताया कि परंपरा रही है रानीगंज के श्री सीताराम जी मंदिर के झूलन का, दूरदराज से लोग इस मेले में आते थे, फिर से एक बार इस मेले को सजाया गया है। आशा के अनुरूप आज हमें देखने को मिल रही है। शाम होते ही मंदिर प्रांगण में झूलन उत्सव देखने के लिए लोगों का भी रूम मरने लगा।
