34 सांसदों ने भी डाला वोट, अभिषेक पर लगे नियम तोड़ने के आरोप
कोलकाता । राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को हो रही वोटिंग बंगाल विधानसभा में सुबह 10:00 बजे शुरू होने के बाद शाम 5:00 बजे से एक घंटे पहले ही पूरी हो गई। यहां राज्य के कुल 294 में से केवल 291 विधायकों ने वोट डाला है जबकि 34 सांसदों ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल राज्य विधानसभा में किया है। राज्य चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया है कि राज्य के 294 में से इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) के विधायक नौशाद सिद्दिकी ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया है। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस के विधायक रफीकुल इस्लाम मंडल हज करने के लिए गए हैं। वहीं मानिकतला विधानसभा सीट से मंत्री और विधायक रहे साधन पांडे के निधन के बाद यहां चुनाव नहीं हुआ है इसलिए यह सीट रिक्त पड़ी हुई है।
बाकी बंगाल विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा के 13 सांसदों और लोकसभा के 19 सांसदों ने वोटिंग की। हाल ही में भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में वापसी करने वाले अर्जुन सिंह और कांग्रेस के अबू हसेम खान चौधरी ने भी बंगाल विधानसभा में वोटिंग की है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपराह्न 3:35 बजे वोट देने के लिए लाइन में लगीं और महज सात मिनट के अंदर 03:40 पर वोटिंग प्रक्रिया पूरी कर विधानसभा से बाहर चली गईं।
वहीं दूसरी ओर उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी पर विधानसभा के नियमों को तोड़ने के आरोप लगे। मतदान करने के लिए वह दोपहर 1:00 बजे विधानसभा पहुंचे थे। आरोप है कि वह अपने सुरक्षा बलों के साथ विधानसभा के अंदर चले गए जबकि नियमानुसार विधानसभा परिसर में सुरक्षा बलों को प्रवेश की अनुमति नहीं है। भाजपा ने इसकी शिकायत राज्य चुनाव आयोग से की है।
हालांकि तृणमूल कांग्रेस के मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने कहा कि अभिषेक बनर्जी को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली है। उन्हें विधानसभा के अंदर पहुंचाने के बाद सुरक्षाकर्मी वाहन सहित वापस लौट गए थे। इसलिए नियमों का उल्लंघन बिल्कुल नहीं हुआ है।
——
तृणमूल के चार सांसदों ने दिल्ली में की वोटिंग
– वहीं तृणमूल कांग्रेस ने अपने नवनिर्वाचित सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को छोड़कर बाकी सभी सांसदों को बंगाल विधानसभा से ही वोटिंग करने की नसीहत दी थी। हालांकि सिन्हा सहित चार सांसद पार्टी के निर्देश के बावजूद दिल्ली गए और वहीं से वोटिंग की है। इसमें राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी के पिता शिशिर अधिकारी और भाई दिव्येंदु अधिकारी के अलावा चौधरी मोहन जटुआ भी शामिल हैं। क्योंकि शत्रुघ्न सिन्हा नवनिर्वाचित सांसद थे इसलिए उन्हें आज संसद के मानसून सत्र में शपथ लेनी थी इसीलिए वह दिल्ली में मौजूद थे। उन्होंने शपथ ली और वोटिंग की।
वहीं दूसरी ओर माकपा के राज्यसभा सांसद विकास रंजन भट्टाचार्य ने राज्यसभा में ही वोट दिया जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने दिल्ली में वोटिंग की है।
——
आदिवासियों के पारंपरिक परिधान पहनकर भाजपा विधायकों ने की वोटिंग
– एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में भाजपा के विधायकों ने आदिवासियों के पारंपरिक परिधान पहनकर पीले रंग का गमछा जो अमूमन आदिवासी रखते हैं, वह डालकर विधानसभा में वोट करने पहुंचे थे। इसमें नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी सहित भाजपा के अन्य विधायक शामिल थे। हालांकि तृणमूल कांग्रेस के विधायक और मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने आरोप लगाया है कि आदिवासी परिधान पहनकर विधानसभा में पहुंचे भाजपा विधायकों ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के पोलिंग एजेंट ने भी इसी तरह का परिधान पहना था जो मतदान प्रक्रिया के मौजूदा नियमों के विपरीत है। पार्टी ने इसके खिलाफ राज्य चुनाव आयोग को शिकायत भी की है।