क्रांति कुमार पाठक
बेगूसराय। जिस प्रकार भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त टी एन शेषन ने अपने कार्यकलापों से मुख्य चुनाव आयुक्त के पद को आमजन के नजरों में प्रासंगिक, प्रभावशाली और लोकप्रिय बनाया ठीक उसी तरह बेगूसराय नगर निगम के पूर्व मेयर संजय कुमार ने भी निगम के मेयर पद को आमलोगों के सरोकारों से जोड़कर बेहद ही महत्वपूर्ण और प्रासंगिक बना दिया तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। क्योंकि इससे पहले लोगों में मेयर पद को लेकर कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई पड़ती थी। आम आदमी को ऐसा लगता था कि इस पद से उन लोगों कोई लेना देना नहीं है। किंतु संजय कुमार अपने मेयर के कार्यकाल में न केवल आम लोगों की परेशानियों और कठिनाइयों को जानने के लिए आम लोगों के बीच पहुंच जाते थे, बल्कि खुद से पहल कर उन कठिनाइयों और परेशानियों को दूर करवाने का भरसक प्रयास करते थे। इतना ही नहीं बेगूसराय नगर निगम को एक सुंदर शहर के रूप में स्थापित करने का भी उन्होंने प्रयास किया। इसके लिए उन्होंने पूरे शहर में अच्छी सड़कों का निर्माण, शहर में आकर्षक लाइटिंग की व्यवस्था समेत अनेक योजनाओं को धरातल पर उतारने का प्रयास किया। उनके मन में नगर निगम क्षेत्र में एक चिल्ड्रेन पार्क बने, इसकी उत्कट आकांक्षा थी। क्योंकि बेगूसराय शहर में ऐसा कोई जगह नहीं है जहां लोग अपने बच्चों के साथ जाकर सुकून का पल बीता सकें। पूर्व मेयर संजय कुमार ने बताया कि इसके लिए अपने कार्यकाल में उन्होंने नगर निगम क्षेत्र में भूमि का तलाश करवाना शुरू किया। किंतु इसमें वह असफल रहे। इसके बाद उन्होंने अपने पूर्वज कारी सिंह का डेरा को इसके लिए चुना। जिसे कारी सिंह ने 1979 में ही धर्मशाला के नाम पर सार्वजनिक रूप से रजिस्ट्री कर एक ट्रस्ट बना दिया और अपेक्षा व्यक्त किया था कि इसके बदौलत दुनिया में मेरा नाम और कृति को कायम रखा जाए। आज यह जगह रतनपुर में कारी बाबा का डेरा के नाम से मशहूर है। यहीं वह निवास करते थे। यह डेरा 11 कट्टा 14 धुर में फैला है। संजय कुमार ने बताया कि इस जगह पर चिल्ड्रेन पार्क बनाने में सबसे बड़ी बाधा यह थी कि यह डेरा खेती वाली जमीन के बीच में थी और यहां तक पहुंचने के लिए रास्ता का अभाव था। इसके लिए उन्होंने सबसे पहले यहां तक पहुंच पथ बनवाने का अथक प्रयास किया और उसमें उन्हें सफलता भी मिली। लेकिन इसके लिए उनके ऊपर कई तरह के आरोप भी लगे। किंतु उन्होंने इन बातों को दरकिनार करते हुए अपने मिशन में जुटे रहे।
मेयर के पद से हटने के बावजूद संजय कुमार सिंह अपने इस ड्रिम प्रोजेक्ट में लगे रहे। वर्ष 2018 में उन्होंने नगर निगम आयुक्त से मिलकर इस डेरा के चारों ओर चहारदीवारी करवाने की मांग रखी। उनके अथक प्रयास से येनकेन प्रकारेण यहां नगर निगम द्वारा चहारदीवारी का निर्माण कार्य भी संपन्न करा लिया गया है। अब उन्होंने यहां इस जगह को चिल्ड्रेन पार्क के रूप में विकसित करने का एक रुपरेखा तैयार कर नगर निगम के पास भेजा। किंतु संजय कुमार सिंह के अनुसार निवर्तमान मेयर ने इस योजना में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई और इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। किंतु पूर्व मेयर संजय कुमार सिंह अपने इस सपना को पूरा करने में लगे हुए हैं और अपने स्तर से चिल्ड्रेन पार्क के रूप में इसे विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं इस संबंध में उन्होंने एक बार फिर बेगूसराय जिलाधिकारी और नवपदस्थापित नगर आयुक्त दोनों से मिलकर इस स्थल को शीध्र चिल्ड्रेन पार्क के रूप में विकसित करने का आग्रह किया है, ताकि नगर निगम क्षेत्र के बच्चे अपने अभिभावकों के साथ यहां आकर न केवल सुकून का पल बीता सकें बल्कि उन्हें भी बेगूसराय में बड़े शहर जैसा अनुभव प्राप्त हो सके।