
कोलकाता, 06 दिसंबर ।राज्य में चल रहे विशेष गहन पुनरिक्षण यानी एसआईआर के दौरान ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से बड़ी संख्या में नाम हटने की संभावना बन रही है। आयोग के अनुसार शुक्रवार रात तक कुल 54 लाख 59 हजार 541 नामों के बाहर होने का प्राथमिक अनुमान मिला है। इनमें 23 लाख 71 हजार 239 मतदाता मृत पाए गए हैं। बाकी मतदाताओं का या तो पता नहीं चल पाया है, या वे स्थानांतरण कर चुके हैं, या आयोग की जांच में ‘फर्जी’ निकले हैं।
उधर, राष्ट्रीय चुनाव आयोग ने राज्य में दो नये अधिकारियों की नियुक्ति की है। संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पद पर बन्दना पोखरियाल और दिव्या मुरुगेशन को नियुक्त किया गया है। बन्दना पहले हावड़ा नगर निगम की कमिश्नर थीं, जबकि दिव्या हावड़ा की अतिरिक्त जिलाधिकारी के पद पर कार्यरत थीं।
आयोग के अनुसार बीएलओ घर घर फॉर्म बांटने के दौरान जो जानकारी ला रहे हैं, उसी के आधार पर यह आंकड़ा तैयार हुआ है। सभी इन्यूमरेशन फॉर्म जमा होने के बाद ही अंतिम संख्या स्पष्ट होगी और संभावना है कि हटने वाले नामों की संख्या इससे भी अधिक हो सकती है। मृत मतदाताओं के अलावा कई ऐसे मतदाता भी सूची में हैं जिनका नाम एक से अधिक जगह दर्ज है, कई स्थानांतरित हो चुके हैं और कई लंबे समय से लापता हैं।
राज्य में चार नवंबर से घर घर इन्यूमरेशन फॉर्म बांटने का काम जारी है और 11 दिसंबर फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि है। आयोग के आंकड़ों के अनुसार पश्चिम बंगाल में कुल मतदाताओं की संख्या सात करोड़ 66 लाख 37 हजार 529 है। 27 अक्टूबर 2025 की लिस्ट से कुल कितने नाम हटेंगे, इसका अंतिम पता ड्राफ्ट सूची प्रकाशित होने के बाद ही चलेगा।
