
जामुड़िया। रानीगंज के मंगलपुर इलाके स्थित एक निजी अस्पताल में महिला मरीज की मौत पर परिवार को मिला मुआवज़ा, बीते रविवार की रात जामुड़िया थाना क्षेत्र अंतर्गत बेनाली इलाके स्थित ख्वाजा नगर की रहने वाली शेख मोहिद की 20 वर्षीय बेटी सोनारा खातून को पेट दर्द और उल्टी होने पर रानीगंज के मंगलपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रात में ही उनकी मौत हो गई। सोमवार सुबह मरीज के परिवार ने चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुआवज़े की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों ने आरोप लगाया था कि अस्पताल में महिला को सही से इलाज नहीं मिला। भर्ती होने के बाद डॉक्टर ने एक बार भी मरीज से मुलाकात नहीं की। केवल फोन पर ही निर्देश देते रहे। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण मरीज ने आखिरकार दम तोड़ दिया। वही इस घटना को लेकर विधायक हरेराम सिंह के हस्तक्षेप पर आसनसोल नगर निगम के मेयर की मौजूदगी में नगर निगम में हुई बैठक का निर्णय लिया गया. जिसको लेकर मंगलवार दोपहर को अस्पताल प्रबंधन को आसनसोल नगर निगम में उपस्थित होने के लिए कहा, इसके बाद आसनसोल नगर निगम में मेयर विधान उपाध्याय, जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह, अस्पताल प्रबंधन और मृतका के परिजनों की मौजूदगी में मुआवज़ा देने का आश्वासन दिया गया। हरेराम सिंह ने बताया कि रविवार को जामुड़िया के बेनाली गांव की महिला को रानीगंज इलाके के प्रियदर्शिनी अस्पताल में भर्ती कराने के बाद चिकित्सा के दौरान मौत हो गई थी। परिजनों के मुआवज़े की मांग पर उन्हें और अस्पताल प्रबंधन को नगर निगम आने को कहा गया, जहां मेयर की उपस्थिति में मृतका के दो बच्चों को 18 वर्ष की उम्र तक हर महीने दस हजार रुपये दिए जाने का निर्णय हुआ। साथ ही दोनों बच्चों के नाम पर अस्पताल प्रबंधन डेढ़-डेढ़ लाख रुपये, कुल तीन लाख रुपये बैंक में फिक्स डिपॉजिट करेगा।
