
कोलकाता। अवैध बालू तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए जीडी माइनिंग कंपनी के पूर्व निदेशक और प्रसिद्ध बालू कारोबारी अरुण सर्राफ को गिरफ्तार किया है।
ईडी की टीम गुरुवार सुबह से ही सर्राफ की तलाश में कोलकाता के विभिन्न इलाकों में सर्च अभियान चला रही थी। देर शाम हावड़ा जिले के बाली (लिलुआ) इलाके से उन्हें गिरफ्तार किया गया।
ईडी सूत्रों के अनुसार, अरुण सर्राफ लंबे समय से एजेंसी की निगरानी में थे। जांच में सामने आया कि उनकी कंपनी रेत खनन के पट्टे लेते समय तय सीमा से अधिक बालू निकालती थी। इससे हुई अवैध कमाई को हवाला के जरिए विदेश भेजने के भी आरोप हैं।
ईडी ने सितंबर में झाड़ग्राम, पश्चिम मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना और पश्चिम बर्दवान जिलों में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। उस दौरान साल्ट लेक स्थित जीडी माइनिंग के दफ्तर और गोपीबल्लभपुर में एक कारोबारी के आवास से कई दस्तावेज बरामद हुए थे।
गुरुवार को दोबारा छापेमारी में ईडी को सर्राफ के आवास से ₹29 लाख नकद मिले। पूछताछ के दौरान उनके बयानों में विसंगति पाए जाने पर एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के बाद उन्हें देर रात मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया गया। शुक्रवार को सर्राफ को ईडी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
ईडी को उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान इस गिरोह से जुड़े अन्य प्रभावशाली लोगों के नाम भी सामने आएंगे।
