
कोलकाता, 30 अक्टूबर । पश्चिम बंगाल में नगर निगम भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में एक दिन पहले बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की राज्य के कई ठिकानों पर की गई छापेमारी में लेक टाउन स्थित एक कारोबारी के फ्लैट और तारातला इलाके के उसके गोदाम से करीब 3 करोड़ रुपये की नकदी और 10 करोड़ मूल्य के सोने के आभूषण मिले हैं। सूत्रों के अनुसार, यह कारोबारी राज्य के एक मंत्री का बेहद करीबी है।
ईडी की कार्रवाई बुधवार सुबह से देर रात तक चली। छापेमारी के दौरान एजेंसी ने नोट गिनने की मशीन मंगवाकर नकदी की गिनती की। जांच एजेंसी को संदेह है कि यह रकम नगर निगम में भर्ती से जुड़ी भ्रष्टाचार की कमाई का हिस्सा हो सकती है, जिसे गोदाम में छिपाया गया था।
ईडी सूत्रों के मुताबिक, संबंधित व्यापारी के कई कारोबार हैं और वह चार से पांच कंपनियों के निदेशक के रूप में भी जुड़ा है। वर्ष 2004 से 2022 के बीच उसने कई क्षेत्रों में निवेश किया। उसके पास शहर में फ्लैट और कई लग्जरी वाहन हैं। पूछताछ के दौरान संबंधित व्यापारी ने गोदाम में रखी गई नकदी के स्रोत के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
इससे पहले भी नगर निगम भर्ती घोटाले के सिलसिले में ईडी ने राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बसु के दफ्तर, उनके पुत्र के रेस्तरां और दक्षिण दमदम नगर निगम के पार्षद निताई दत्ता के घर पर छापे मारे थे। तब एजेंसी को करीब 45 लाख रुपये नकद मिले थे। उसी जांच के आधार पर कई व्यापारियों के नाम सामने आए, जिनमें यह व्यापारी भी शामिल है।
इससे पहले मंगलवार को भी ईडी ने बेलेघाटा स्थित हेमचंद्र नस्कर रोड पर दो व्यवसायी भाइयों के घर और कार्यालय तथा प्रिंसेप घाट इलाके में एक वित्तीय कंपनी पर तलाशी ली थी। एजेंसी का मानना है कि दक्षिण दमदम नगर निगम के तत्कालीन उपाध्यक्ष रहते हुए सुजीत बसु के कार्यकाल में एबीएस इंफोजेन नामक कंपनी को भर्ती से संबंधित कई अनुबंध दिए गए थे। यह कंपनी ओएमआर परीक्षा प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालती थी।
