बैंक ऑफ इंडिया, स्टाफ प्रशिक्षण महाविद्यालय, कोलकाता में दिनांक 26.09.2025 को हिन्दी दिवस एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन अत्यंत उत्साह एवं गरिमामय वातावरण में किया गया। इस अवसर पर हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार एवं सरकारी कार्यों में उसके उपयोग को प्रोत्साहित करने हेतु विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध हास्य एवं व्यंग्य कवि डॉ. गिरिधर राय को आमंत्रित किया गया था। डॉ. राय ने अपने विशिष्ट अंदाज़ में हिन्दी भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए हास्य-व्यंग्य से कार्यक्रम को जीवंत कर दिया और उपस्थित जनों को हिन्दी एवं हिन्दुस्तान के प्रति प्रेरित करते हुए कहा –
” मॉं के चरणों को छू लेने से मुकद्दर बन जाता है ,
नदियोंका जल समंदरमें मिलकर समंदर बन जाता है,
इस देश की माट्टी चंदन है, इसे माथे से लगाओ,
यहॉं से हारकर जाने वाला भी सिकंदर बन जाता है! “
मुख्य अतिथि के रूप में यूको बैंक के मुख्य प्रबंधक (राजभाषा) श्री सत्येंद्र शर्मा एवं बैंक ऑफ इंडिया, कोलकाता अंचल के मुख्य प्रबंधक (राजभाषा) श्री निरंजन बरनवाल की गरिमामयी उपस्थिति रही। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने वक्तव्यों में हिन्दी के उपयोग को दैनिक कार्यों का अभिन्न अंग बनाने पर बल दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य श्री प्रतीक कुमार दास ने की। उन्होंने अपने संबोधन में राजभाषा हिन्दी के महत्व पर विचार रखते हुए स्टाफ प्रशिक्षण महाविद्यालय की ओर से किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
हिन्दी माह के उपलक्ष्य में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं – जैसे निबंध लेखन, हिन्दी सामान्य ज्ञान, बैंकिंग शब्दावली, अनुवाद प्रतियोगिता आदि – में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
इसके अतिरिक्त, कोलकाता नगर स्थित विभिन्न बैंकों के स्टाफ प्रशिक्षण महाविद्यालयों/केन्द्रों (एसटीसी) जैसे पंजाब नेशनल बैंक, यूको बैंक, बर्ड, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (एसटीसी) के लिए आयोजित ऑनलाइन राजभाषा एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को भी समारोह के दौरान पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम के अंत में श्री राजीव मोहन अवस्थी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होंने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों, आयोजकों एवं दर्शकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
मंच का संचालन अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रबंधक (राजभाषा) श्रीमती ज्योति गुप्ता द्वारा किया गया।
इस आयोजन में एसटीसी कोलकाता के समस्त संकाय सदस्य, स्टाफ सदस्य, प्रशिक्षणार्थीगण, तथा अन्य बैंकों के एसटीसी के प्रतिनिधि तथा बैंक ऑफ इंडिया, हावड़ा अंचल के प्रबन्धक राजभाषा श्री संजय कुमार सेन भी उपस्थित रहे।
यह समारोह न केवल एक सांस्कृतिक एवं बौद्धिक उत्सव रहा, बल्कि हिन्दी के प्रति भावनात्मक जुड़ाव को और अधिक सुदृढ़ करने वाला प्रेरणास्पद आयोजन भी सिद्ध हुआ।