कोलकाता । सत्संग भवन में पधारे दंडीस्वामी ब्रह्माश्रम महाराज ने कहा सनातन हिन्दू धर्म शाश्वत है । धर्मो रक्षति रक्षित: का अर्थ है जो व्यक्ति धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है । भारत में भक्तों की रक्षा के लिये त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एवम् द्वापर युग में कृष्ण का अवतार वैदिक सनातन हिन्दू धर्म की मान्यता है । स्वामी ब्रह्माश्रम महाराज ने कहा भारत में अयोध्या में भव्य श्रीराम मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा शुभ संकेत है । अपनी सीमाओं में संतुष्ट रहना, प्रजा को सुखी रखना, देश में शान्ति व्यवस्था, शासक का कर्तव्य है । सामाजिक एकता, धर्म के प्रति जागरूकता भी धर्म की प्रतिष्ठा है । सत्संग भवन के ट्रस्टी पण्डित लक्ष्मीकांत तिवारी, दीपक मिश्रा ने श्रद्धालु भक्तों से दैनिक प्रवचन में उपस्थित रह कर पुण्य अर्जित करने का निवेदन किया ।