पुरुलिया : रसायन विज्ञान में छिपे विज्ञान और ज्ञान को उजागर करने के लिए छात्र छात्राओं के बीच विज्ञान का प्रकाश लाकर उनके भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने हेतु ज्ञान और विज्ञान को एक साथ लाने की एक विशेष पहल की गई।
इसका अर्थ केवल सूत्र और प्रतिक्रियाएँ ही नहीं, बल्कि गहन चिंतन, ज्ञान और बुद्धि का व्यावहारिक अनुप्रयोग और नई अविष्कारों की खोज भी है।
इसी विचार को ध्यान में रखते हुए, हुतमुड़ा हरिमति गर्ल्स हाई स्कूल में एक विशेष एक दिवसीय विज्ञान कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बातिघर, पुरुलिया और हुतमुड़ा हरिमति गर्ल्स हाई स्कूल, पुरुलिया ब्लॉक 2 के द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। इस कार्यशाला में न केवल गर्ल्स स्कूल, बल्कि पास के हुतमुड़ा बॉयज हाई स्कूल के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य उच्चतर माध्यमिक स्तर के छात्र छात्राओं में रसायन विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाना और इस विषय के व्यावहारिक पहलुओं पर प्रकाश डालकर विज्ञान के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना था। यह छात्रों के लिए किताबों तक सीमित रहने के बजाय, विभिन्न व्यावहारिक पहलुओं को व्यावहारिक रूप से समझने का एक अवसर था।
इस कार्यशाला में जगन्नाथ किशोर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. लोकेश पति और डॉ. अनिरबन पांडा तथा निस्तारिणी महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. अनिमेष साहनु ने रसायन विज्ञान के विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
बातीघर की ओर से सह-संपादक असीम कर और अन्य सदस्य उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल न केवल शिक्षा का दायरा बढ़ाती है, बल्कि भविष्य में एक विज्ञान-प्रधान समाज के निर्माण की दिशा भी दिखाती है।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका चैताली मुखर्जी सहित अन्य शिक्षकों और कर्मचारियों ने कहा कि हम भविष्य में भी ऐसी कार्यशालाएँ नियमित रूप से जारी रखना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य है कि छात्र ज्ञान और विज्ञान के माध्यम से नई खोज करके अपना भविष्य स्वयं बनाएँ।