कोलकाता । केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी अग्निपथ परियोजना के खिलाफ आहूत भारत बंद का बंगाल पर भी थोड़ा बहुत असर देखने को मिला है। पूर्व रेलवे की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि राजधानी एक्सप्रेस से लेकर जनशताब्दी और अन्य दूरगामी गाड़ियों को रद्द कर दिया गया था। कम से कम 29 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। राजधानी कोलकाता में बंद समर्थकों ने रैली निकालने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
यहां प्रदर्शन करने के लिए आए एक युवक ने कहा कि अग्निपथ का बहिष्कार किया जाना चाहिए। हमारी मांग है कि सरकार इसे जल्द से जल्द वापस ले। कोलकाता के अलावा हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना तथा पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेज दिया। इसके पहले गत बुधवार से कोलकाता के अलावा उत्तर 24 परगना और नदिया में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे पटरी पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया था जिसकी वजह से कई लोकल ट्रेनों को रद्द करना पड़ा था। सबसे अधिक प्रदर्शन बारासात में हुए थे। सोमवार को भी भारत बंद के देशव्यापी अभियान के समर्थन में बारासात में सैकड़ों की संख्या में उतरे प्रदर्शनकारियों ने रेल रोकने की कोशिश की लेकिन अतिरिक्त संख्या में सीआरपीएफ की मौजूदगी की वजह से वह अपनी मंशा में सफल नहीं हो पाए।
पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एकलव्य चक्रवर्ती ने सोमवार शाम कहा कि हावड़ा स्टेशन के साथ-साथ हावड़ा डिवीजन के सभी रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। जीआरपी की भी तैनाती अतिरिक्त संख्या में थी। रेलवे स्टेशनों के आसपास थानों के साथ रेलवे पुलिस की टीम संपर्क में थी ताकि किसी तरह के प्रदर्शन को रोका जा सके। कोलकाता में कहीं भी आपत्तिजनक घटना नहीं हुई है ना ही राज्य के किसी अन्य हिस्से से ऐसी कोई सूचना मिली है। कुल मिलाकर कहें तो भारत बंद का पश्चिम बंगाल पर बहुत अधिक तो नहीं लेकिन हल्का-फुल्का असर जरूर रहा है।