देवी काली और अनेक शक्तिपीठ से बंगभूमि विभूषित है । – स्वामी विशोकानंद भारती

कोलकाता । निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती महाराज, राजगुरु बीकानेर का सत्संग भवन में भागवताचार्य प्रभाकर कृष्ण महाराज, बृजगोपाल मूंधड़ा, सीता देवी मूंधड़ा, संगीता मूंधड़ा, कथाकार धर्मेशानंद महाराज, मंगल भारती, पंडित लालजी मिश्रा, सज्जन वर्मा, गोपाल भोजक, अरुणा अग्रवाल, राजू शर्मा, अभय पाण्डेय एवम् श्रद्धालु भक्तों ने स्वागत किया । स्वामी विशोकानंद भारती महाराज ने कहा वैदिक सनातन संस्कृति सम्पूर्ण भारत की संस्कृति है । भारत के राज्यों में भाषा का अन्तर होने के बावजूद राष्ट्रीय एकता के उद्देश्य से भारतवासी एकमत हैं । देवी काली और अनेक शक्तिपीठ से बंगभूमि विभूषित है । रामकृष्ण परमहंस एवम् मा शारदा, स्वामी विवेकानंद, बंकिम चन्द्र चटर्जी, रविन्द्र नाथ टैगोर तथा बंगभूमि के मनीषियों ने वैदिक सनातन धर्म के सिद्धांत का बंग भाषा में प्रचार – अनुवाद किया । स्वामी विशोकानंद भारती महाराज ने कहा वैष्णों देवी एवम् शक्तिपीठों के प्रति भारतवासियों की आस्था है । पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हिंगलाज मंदिर शक्तिपीठों में से एक है । हिंगलाज मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि हिंदू-मुस्लिम एकता का भी प्रतीक है । सत्संग भवन के ट्रस्टी पण्डित लक्ष्मीकांत तिवारी, दीपक मिश्रा ने भक्तों से सत्संग भवन में रथयात्रा में शामिल होकर अक्षय पुण्य अर्जित करने का निवेदन किया ।

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