आसनसोल। वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक चेतना के पुरोधा राजेन्द्र विजय कुमार सिंह भाटी उर्फ राजेन्द्र भैया के आकस्मिक निधन की खबर ने पत्रकारिता, साहित्य और समाजसेवा से जुड़े सभी लोगों को शोकसंतप्त कर दिया है। वे न केवल एक कुशल पत्रकार थे, बल्कि हिन्दी, अंग्रेजी, बंगला और उर्दू भाषाओं के ज्ञाता और सामाजिक आंदोलनों की मजबूत आवाज भी थे। राजेन्द्र भैया ने अपने पत्रकारिता जीवन की शुरुआत “इंडस्ट्रियल ऑर्गन” जैसे साप्ताहिक हिंदी अखबार से की थी, जहाँ उन्होंने कई युवा पत्रकारों को गढ़ा और प्रेरित किया। वे पत्रकारिता के क्षेत्र में एक ऐसे गुरु रहे जिन्होंने पत्रकारिता को सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी के रूप में जिया। उनका जुड़ाव केवल पत्रकारिता तक सीमित नहीं था, बल्कि वे राष्ट्रीय संजय मंच और कई मजदूर संगठनों के भी सक्रिय सदस्य रहे। श्रमिकों के अधिकारों और हाशिए के समाज के मुद्दों को उठाने में उनकी कलम कभी नहीं रुकी। उनके असामयिक निधन से एक युग का अंत सा प्रतीत हो रहा है। उन्हें याद करते हुए उनके शिष्य, साथी और सामाजिक कार्यकर्ता भावुक हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्मा को शांति दें और परिवारजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करें।