रानीगंज। दामोदर नदी से अंधाधुंध बालू खनन के कारण नदी का हाल मुत्युकंड जैसा हो गया है.इस कारण आए दिन नदी मे डूबने से मौत हो रही है। दामोदर नदी मे एक बार फिर से दुखद हादसा हुआ.जहां नहाने के दौरान नदी डूबने से दो युवकों की मौत हो गयी। इस बार भी नदी से अवैध और अवैज्ञानिक तरीके बालू उत्खनन को कारण बताया जा रहा है।रानीगंज के मेजिया से सटे दामोदर नदी में स्नान करने गए तीन युवकों में से दो की डूबने से मौत हो गई, जबकि एक युवक को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार तीनों युवक रानीगंज के वार्ड संख्या 37 स्थित अमृत नगर के दामोदा इलाके के रहने वाले थे। मृतकों की पहचान 20 वर्षीय विशाल ठाकुर और विक्रांत सिंह के रूप में हुई है.वही तीसरे युवक विशाल राउत को स्थानीय लोगों और राहत दल की मदद से बचा लिया गया और तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। ज्ञात हो कि इसके पूर्व 16 अप्रैल को इसी तरह दामोदर नदी में स्नान करने दोस्तों के साथ पहुंचे कुनुस्तोड़िया कोलियरी के रहने वाले ईसीएल कर्मी अभिजीत मंडल की डूबने से मौत हो गयी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को विक्रम सिंह, विशाल ठाकुर और गुड्डू राउत मेजिया स्थित दामोदर नदी मे स्नान करने गये थे। मेजिया ब्रिज के नीचे ये लोग स्नान कर रहे थे इसी दौरान ये तीनो दोस्त अचानक डूबने लगे। किसी तरह गुड्डू राउत अपने आप को बचा पाया किन्तु ब्रिज के पीलर के नीचे गहरे घूर्णी पानी में फंसे जाने से विक्रम और विशाल अपने आप को बचा नहीं पाए। स्थानीय लोगों को सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंचे.घटना कि सूचना रानीगंज थाना के बल्लभपुर पुलिस फांड़ी को दी गयी। वही घटना सूचना पाकर 37 नंबर वार्ड के पार्षद रुपेश यादव सहित रानीगंज बोरो चेयरमैन मोज्जमिल हुसैन शहाजादा, पार्षद ज्योति सिंह मौके पर पहुचे और उद्धार कार्य में तेजी लाने में लगे। पुलिस और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से विक्रम और विशाल के शव को निकलना गया। वही प्रशासन ने जानकारी दी कि यह क्षेत्र पहले से ही खतरनाक घोषित किया गया था और वहां स्नान करने को लेकर चेतावनी भी जारी की गई थी। इसके बावजूद तीनों युवक नदी में स्नान करने पहुंचे, जिससे यह हादसा हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और घटना की जांच जारी है।
