दुर्गापुर। दुर्गापुर औद्योगिक शहर के गांधी मोड़ स्थित प्रतिष्ठित संस्थान राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के लेबोरेट्री विभाग में बीते मंगलवार प्रशिक्षण के दौरान अचानक विस्फोट होने के बाद आग से बुरी तरह झुलसे मैकेनिकल विभाग के प्रोफेसर एवं संस्थान के निदेशक (कार्यवाहक) इंद्रजीत बसाक (64) का सोमवार इलाज के दौरान मौत हो गई. प्रोफेसर का इलाज दिल्ली के सफदरगंज (बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी) अस्पताल में चल रहा था.सोमवार सुबह करीब आठ बजे मौत होने की पुष्टि अस्पताल प्रबंधन की ओर से की गई. इंद्रजीत बसाक सिटी सेंटर के रिकॉल पार्क इलाके के रहने वाले थे. जो एनआईटी दुर्गापुर में मैकेनिकल विभाग में सीनियर पद पर कार्यरत थे. प्रोफेसर की मौत के बाद शिक्षण संस्थान में शोक की लहर छा गई है. इसकी जानकारी एनआईटी के मुख्य जन संपर्क विभाग के अधिकारी प्रोफेसर कृष्ण राय ने दी. श्री राय ने बताया कि बीते मंगलवार कॉलेज के लेबोरेट्री में मैकेनिकल विभाग में छात्रों के साथ थर्माइट वेल्डिंग पर शोध चल रहा था. तभी अचानक विस्फोट हो गया. जिससे रासायनिक रिसाव से प्रोफेसर एवं दो छात्र झुलस गए थे . सभी को दुर्गापुर के गांधी मोड़ स्थित हेल्थ वर्ल्ड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. प्रोफेसर की हालत गंभीर होने के कारण एयर एंबुलेंस से दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भेजा गया था.रविवार उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार होने की खबर मिली थी. लेकिन सोमवार सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत होने की जानकारी अस्पताल प्रशासन ने दी है।