रानीगंज। आसनसोल शिल्पांचल के साहित्य जगत के प्रख्यात नाम, प्रख्यात लेखक, रवींद्र शोधकर्ता एवं प्रोफेसर डॉ. राम दुलाल बसु के निधन पर साहित्य जगत शोक में है। उन्होंने रानीगंज के शिशु बागान में अंतिम सांस ली. डॉ. बसु त्रिवेणी देवी भालोटिया (टीडीबी) कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर थे और रवींद्रनाथ टैगोर के साहित्य पर अपने गहन शोध के लिए जाने जाते थे। उनके अनुरोध पर, उन्होंने आसनसोल बांग्ला अकादमी के प्रथम अध्यक्ष का पद संभाला, जो उनकी साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उनके लेखन और शोध ने बंगाली साहित्य में अमूल्य योगदान दिया है, जो भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। रानीगंज के विभिन्न साहित्यिक संगठनों एवं शैक्षणिक संस्थाओं ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। विधायक तपस बनर्जी और समाज के प्रमुख लोगों ने भी शिशु बागान में उनके अंतिम संस्कार में भाग लिया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। एक बयान में कहा गया, “डॉ. बसु के निधन से हमने एक महान शिक्षक, शोधकर्ता और लेखक खो दिया है। उनका योगदान हमारे बीच हमेशा जीवित रहेगा।”डॉ. राम दुलाल बोस की आत्मा की शांति की कामना करते हुए आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी समेत रानीगंज का साहित्य प्रेमी समुदाय उन्हें गहरे सम्मान के साथ याद कर रहा है। उनके परिवार, शुभचिंतकों और छात्रों के प्रति संवेदना व्यक्त की जाती है।