रानीगंज। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रेरणा से शनिवार को रानीगंज तृणमूल छात्र परिषद एवं तृणमूल युवा कांग्रेस के छात्र नेता सुब्रतों दास के नेतृत्व में मारवाड़ी सनातन विद्यालय में 350 छात्रों को परीक्षा सामग्री वितरित की गई। इस दौरान परीक्षार्थियों को पेन,स्केल और पानी की बोतल देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना और मानसिक रूप से सशक्त बनाना था, ताकि वे आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। इस मौके पर रानीगंज बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा,तृणमूल शहर अध्यक्ष रूपेश यादव, पार्षद रंजीत सिंह,सदन कुमार सिंह,डॉ. एस. माजी,बसुदेव मंडल,संदीप भालोटिया,अर्णव चटर्जी,आसिफ खान,शुभजीत मजूमदार, संदेश साव,बादशाह दास और मोनू दे समेत तृणमूल कांग्रेस के कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस मौके पर रानीगंज बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा ने सुब्रतों दास और उनकी टीम के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के साथ खड़ा रहना और उनकी मदद करना उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक होगा। उन्होंने सुब्रतों दास और उनकी पूरी टीम को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। तृणमूल शहर अध्यक्ष रूपेश यादव ने भी कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि माध्यमिक परीक्षा किसी भी विद्यार्थी के जीवन की पहली बड़ी परीक्षा होती है, जिससे पहले तनाव रहना स्वाभाविक है, लेकिन सुब्रतों दास और उनकी टीम का यह प्रयास परीक्षार्थियों के आत्मबल को मजबूत करेगा। सदन कुमार सिंह ने भी इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि हर साल सुब्रतों दास और उनकी टीम इस तरह से परीक्षार्थियों की हौसला अफजाई करती है, जिससे छात्रों को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलती है। कार्यक्रम के आयोजक सुब्रतों दास ने बताया कि हर साल उनके संगठन द्वारा इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, ताकि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक परीक्षार्थियों को प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने कहा कि आज विद्यार्थियों को स्केल, पानी की बोतल और पेन प्रदान किए गए, जिससे वे परीक्षा के दौरान किसी भी असुविधा से बच सकें।वही इस पहल से विद्यार्थियों में काफी उत्साह देखने को मिला और उन्होंने आयोजकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान छात्रों और अभिभावकों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से परीक्षा को लेकर छात्रों का तनाव कम होता है और वे बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित होते हैं।
