पश्चिम बंगाल के आसनसोल के पास रनिगंज के रानीसायर इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। करीब 15 साल पहले अपना मानसिक संतुलन खोकर परिवार से बिछड़े अर्जुन महतो उर्फ़ प्रकाश महतो अचानक अपनी खोई हुई याददाश्त वापस पा गए।
दरअसल, कोलकाता म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन में सफाई कर्मचारी रहे अर्जुन मानसिक अस्थिरता के कारण अपने घर से भटक गए थे और रनिगंज के रानीसायर इलाके में आकर एक होटल में काम करने लगे। हाल ही में, होटल मालिक सुमित गुप्ता ने महाकुंभ की बात छेड़ी, जिससे अर्जुन की दबी हुई यादें अचानक लौट आईं। उन्होंने अपने राज्य झारखंड, जिला कोडरमा, थाना मरकच्चो और गांव कदडिही का नाम बताना शुरू किया। धीरे-धीरे, उन्हें अपने पिता, बड़े भाई, पत्नी और बेटे का नाम भी याद आ गया।
इसके बाद, होटल मालिक और स्थानीय समाजसेवी साधन सिंह ने पुलिस की मदद से अर्जुन के परिवार से संपर्क किया। जैसे ही यह खबर उनके परिजनों तक पहुंची, वे तुरंत रनिगंज पहुंचे और अर्जुन को अपने साथ ले गए। 15 साल बाद अपने पति को देखकर उनकी पत्नी गीता देवी और अन्य परिजन भावुक हो गए।
अर्जुन अब अपने परिवार के साथ घर लौट चुके हैं और भविष्य में रनिगंज के लोगों के साथ प्रयागराज महाकुंभ स्नान करने की योजना बना रहे हैं। इस घटना से समाजसेवियों और स्थानीय लोगों ने उनकी खुशहाल जिंदगी की कामना की।