कोलकाता, 30 जनवरी । महानगर कोलकाता के टेंगरा में झुकी हुई बहुमंजिली इमारत को गिराने में पुलिस और नगरनिगम कर्मचारियों को इमारत में रहने वाले निवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस और नगरनिगम कर्मचारियों के पहुंचने पर निवासियों ने ढहने वाले इमारत की गेट को अंदर से बंद कर दिया है। उनका आरोप है कि नगरनिगम कर्मी बिना किसी नोटिस के अचानक मकान तोड़ने आ गए। यदि मकान गिरा दिया जाए तो हम कहां जाएंगे? उनकी मांग है कि पहले पुनर्वास उपलब्ध कराया जाए उसके बाद ध्वस्तीकरण कार्य शुरू करने दिया जाएगा।
निवासियों का कहना है कि उन्हें उनके मकानों को ध्वस्त करने के संबंध में कोई नोटिस नहीं मिला। सभी ने अपनी जीवन भर की जमा पूंजी लगाकर फ्लैट खरीदा। कई लोगों ने 90 प्रतिशत भुगतान पहले ही कर दिया था। उनका सवाल यह है कि अगर उनका फ्लैट ध्वस्त कर दिया गया तो वे कहां जाएंगे?
उल्लेखनीय है कि टेंगरा में क्रिस्टोफर रोड पर स्थित बहुमंजिली इमारत पिछले बुधवार से झुकी हुई है। मिली जानकारी के अनुसार, दो घर एक दूसरे के बगल में स्थित है। आरोप है कि भवन निर्माण नियमों की परवाह किए बिना छह मंजिला व्हाइट हाउस का निर्माण किया गया था। फिलहाल उस इमारत में कोई नहीं रहता था लेकिन बगल के ग्रीन हाउस में लोग रहते हैं। हरे रंग की बहुमंजिली इमारत, भार सहन करने में असमर्थ होने के कारण सफेद मकान की ओर झुक गई। गुरुवार सुबह सफेद रंग की इमारत को गिराया जाना था। वहां बैरिकेडिंग कर दी गई थी और इसके दरवाजे को अंदर से बंद कर दिया