गंगासागर में श्रद्धालुओं का सैलाब, 40 लाख लोगों ने लगाई डुबकी, दिल का दौरा पड़ने से 3 की मौत

गंगासागर

कोलकाता, 14 जनवरी । मकर संक्रांति स्नान के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु गंगासागर पहुंचे, जहां आस्था और भक्ति की लहरें उमड़ पड़ीं। मंगलवार शाम तक 40 लाख से अधिक श्रद्धालु गंगासागर संगम में पुण्य स्नान कर चुके हैं। इसी बीच, मेले के दौरान तीन श्रद्धालुओं की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।

गंगासागर मेला इस बार पहले से भी अधिक विशाल रूप ले चुका है। प्रशासन के अनुसार, 1 से 12 जनवरी के बीच 40 लाख से अधिक श्रद्धालु गंगासागर पहुंच चुके हैं और आस्था की डुबकी लगाई।

दिल का दौरा पड़ने से 3 श्रद्धालुओं की मृत्यु

प्रशासन के मुताबिक, रविवार को एक और सोमवार को दो श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई। इनमें से अधिकांश बुजुर्ग थे, जो लंबी यात्रा के बाद स्नान के लिए यहां पहुंचे थे। अधिकारियों ने बताया कि मकर संक्रांति पर भारी भीड़ के बावजूद सुरक्षा और चिकित्सा व्यवस्था को पूरी तरह मुस्तैद रखा गया है।

परिवहन और अग्नि सुरक्षा व्यवस्थापश्चिम बंगाल सरकार ने इस बार गंगासागर मेले में अतिरिक्त सुविधा की व्यवस्था की है। राज्य परिवहन विभाग ने विशेष बस सेवाएं शुरू की हैं। इसके अलावा, समुद्र तट पर अग्नि सुरक्षा के लिए भी खास इंतजाम किए गए हैं। 86 वर्षीय रसायन वैज्ञानिक स्वप्न कुमार सेन की टीम लगातार अस्थायी शिविरों को अग्निरोधी बनाने में जुटी है। उनकी टीम बांस और होगला पत्तों से बने तंबुओं पर रासायनिक छिड़काव कर रही है, ताकि आग लगने की घटनाओं को रोका जा सके।

सुरक्षा के खास इंतजामतीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने 13 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों से पूरे मेले की निगरानी की जा रही है, ताकि भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन स्थितियों में तुरंत कार्रवाई की जा सके।

तटीय इलाकों में चौकसीगंगासागर मेले के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठियों के सक्रिय होने की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया है कि दक्षिण 24 परगना जिले के सागर द्वीप में भारी भीड़ का फायदा उठाकर कुछ संदिग्ध तत्व घुसपैठ कर सकते हैं। इसके मद्देनजर, सुंदरबन जिले की पुलिस ने तटीय इलाकों पर विशेष चौकसी बरती है। काकद्वीप के लॉट नंबर 8 और नामखाना के चेमागुरी सहित अन्य प्रवेश बिंदुओं पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

गंगासागर को लेकर मान्यता मान्यता है कि यहां स्नान करने से वही पुण्य मिलता है, जो कुंभ में संगम स्नान से प्राप्त होता है। इस वर्ष, जब प्रयागराज में 144 वर्षों बाद पूर्ण महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, तब गंगासागर में भी आस्था की लहर पहले से कहीं अधिक प्रबल नजर आ रही है।

भक्तों का मानना है कि त्रेता युग में राजा सगर के 60 हजार पुत्रों को गंगा ने इसी स्थल पर मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त में मोक्ष प्रदान किया था। यही वजह है कि हर साल मकर संक्रांति पर यहां लाखों लोग पुण्य लाभ अर्जित करने आते हैं। इस बार की संक्रांति विशेष है क्योंकि शुभ मुहूर्त मंगलवार सुबह 6:58 बजे से शुरू होकर बुधवार इसी समय तक रहेगा।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Open chat
1
Hello
Can we help you?