आसनसोल। आसनसोल के भगत सिंह मोड़ से चित्रा सिनेमा हॉल तक सैकड़ों पशु प्रेमियों ने एक विशाल रैली का आयोजन किया, जिस रैली के द्वारा उन्होने राज्य मे हो रही पशुओं पर अत्याचार के खिलाफ अपनी विरोध जताया, उन्होंने कहा कि जिस देश मे हांथी, कुत्ते और गाय जैसे कई जानवरों की पूजा होती है, आज उन जानवरों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है, उनको खतरा किसी और से नही बल्कि उनसे है, जो उनकी पूजा करते हैं, ऐसे मे उन्हें पूजा करने वाले इंसान कैसे उनकी जान के दुश्मन बन सकते हैं,इस रैली का आयोजन करने वाली पशु प्रेमी लिपिका चक्रवर्ती, तारा नाग, देब राज कर्मकार, सोरिस गोराई व चंदना मुखर्जी ने अपनी- अपनी बातें रखते हुए कहा कि कुछ दिनों पहले ही झाड़ग्राम मे एक गर्भवती हँथनी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, आसनसोल के चेलीडंगाल में एक स्ट्रीट डॉग को एक व्यक्ति ने डंडे से पिट -पिट कर मौत के घाट उतार दिया, मोहिशीला मे भी एक व्यक्ति ने एक स्ट्रीट डॉग पर जानलेवा हमला किया जिसमे कुत्ते का कमर टूट गया, इसके अलावा बराबनी मे एक बारूद फैक्ट्री से निकला कर नुनिया नदी में बह रही कैमिकल को पिने से इलाके के चार गाय मर गई, जिसका चिकित्सकों ने पॉस्मार्टम भी किया है, पर मामले को दबाने के लिये उच्च स्तरीय पैरवी की जा रही है।जिसके खिलाफ उन्होने इस रैली का आयोजन किया है, लोगों को यह बताने के लिये की वह जागरूक हों और बेजुबानो को वह कस्ट ना पहुँचाएं, उनका भी जीवन है, उनके भी बाल और बच्चे हैं, उनका भी एक परिवार एक समाज है, जिसमे वह रहते हैं, उन्हें भी वैसा ही दर्द होता है जैसा की चोट खाने पर हमे होता है, उन्होने कहा वह इस रैली के माध्यम से लोगों को पशुओं के प्रति प्रेम भावना बनाए रखने की अपील कर रहे हैं और यह अपील वह कुछ इसी तरीके से रैली का आयोजन कर हमेशा लोगों को यह बताने का प्रयास करेंगे तब-तक जबतक लोग पशु अत्याचार के प्रति पूरी तरह जागरूक ना हो जाएं।