चिरकुंडा। कुमारधुबी स्टेशन में ट्रेनो के ठहराव सहित विभिन्न मांगो को लेकर झामुमो द्वारा निर्धारित दो दिवसीय धरना मंगलवार को रेलवे अधिकारी द्वारा मिले आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। रेलवे अधिकारी ने फोन पर बातचीत में कहा कि आपका जो भी मांग है उसे आसनसोल के प्रोटोकाल अधिकारी आदर्श कुमार के समक्ष प्रस्तुत करें उसको वे इस संबंध में आसनसोल रेल मंडल प्रबंधक के समक्ष प्रस्तुत कर एक समय निर्धारित कर आपलोगों से वार्ता करा देंगे। उसके बाद आपलोग अपनी मांगों को विस्तार पूर्वक उनके समक्ष रखने का काम करेंगे। धरना के दूसरे दिन अशोक मंडल ने कहा कि रेलवे के तुगलकी फरमान से आम जनता परेशान है। लोगों की समस्या से रेलवे को कोई लेना देना नहीं। उन्होंने कहा कि रेलवे द्वारा बिना किसी के परामर्श से ब्लैक डाइमंड के समय सारणी में बदलाव करने का निर्णय ले लिया गया। वहीं कुमाधुबी स्टेशन पर कई ट्रेनों के ठहराव की मांग लंबे समय से करते आ रहे है। फिर भी रेलवे के कानों पर जूं नहीं रेंग रहा है। साथ ही उनहोंने कहा कि आसनसोल वाराणसी सवारी ट्रेन, वर्दवान हटिया सवारी ट्रेन व आसनसोल गया सवारी ट्रेन को एक्सप्रेस घोषित कर केवल भाड़े में वृद्धि कर दिया गया है। लेकिन एक्सप्रेस की कोई सुविधा लोगों नहीं दिया गया।इसे सरासर रेलवे का तुगलकी फरमान कहा जाएगा। हमने इस संबंध में रेल मंत्रालय सहित सभी विभागीय अधिकारी को पत्र के माध्यम से सूचित कर दिया है। साथ ही मैने अपने पार्टी के सांसद को भी पत्र लिखकर इन समस्याओं से अवगत करा दिया है। बहुत जल्द ही हमारे सांसद इन समस्याओं को दोनों सदनों में उठाने का काम करेंगे। इसके बावजूद अगर हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो हमलोग अपने आंदोलन को सदन से सड़क तक करने के लिए बाध्य होंगे। धरना के दौरान हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। जिसमें लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। धरना में रामनाथ सोरेन,राजू झा,बिरेन्द्र अटल,फारूक अंसारी,शमीम खान,नईम शेख,काजल दासी थे।
