सीताराम अग्रवाल वरिष्ठ पत्रकार
कोलकाता, 23 फरवरी। पश्चिम बंगाल में नारी अधिकारों की रक्षा के लिए काम करनेवाले संगठन ‘ मैत्री ‘ ने सन्देशखाली में नारी निर्यातन, शीलहरण, मानवाधिकारों के उल्ल॔घन जैसी हो रही घटनाओं की तीव्र निंदा करते हुए राज्य सरकार से मांग की है कि वहां महिलाओं को हर तरह से सुरक्षा दी जाय तथा कानून का राज स्थापित किया जाय। मैत्री ने सभी अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की भी मांग की है। कल स्थानीय प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में वक्ताओं ने सन्देशखाली में एक ओर जहां तृणमूल के गुंडों द्वारा किये जा रहे उत्पातों की भर्त्सना की, वहीं दूसरी ओर भाजपा द्वारा इन घटनाओं का साम्प्रदायिककरण करने की कोशिश का भी प्रतिवाद किया। पत्रकार सम्मेलन को मौसमी सरकार, स्वाति सान्याल, सोहम, काकुली देब तथा झूमा सेन ने संबोधित किया।
वक्ताओं ने कहा कि सन्देशखाली में टीएमसी के नेताओं व गुंडों द्वारा आधी रात को महिलाओं को खाना बनाने के नाम पर या फिर अन्य कोई बहाना बना कर पार्टी आफिस में बुलाया जाता है और उनके साथ गलत काम किया जाता है। वहां बच्चों तक को नहीं बख्शे जाता। स्थानीयवासियों की जमीन हड़प ली जाती है। तरह -तरह के अत्याचार किये जा रहे हैं। हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि पीड़ितों की रक्षा करते हुए उन्हें हर तरह की सुरक्षा प्रदान की जाय। घटनाओं की निष्पक्ष जांच कर अपराधियों को समुचित द॔ड दिलाने की व्यवस्था की जाय तथा यथाशीघ्र भय की स्थिति समाप्त कर जनजीवन सामान्य करने के लिए कदम उठाये जाय। ज्ञातव्य है कि मैत्री विभिन्न नारी संगठनों का एक मंच है।