कोलकाता, 15 जनवरी। नई पीढ़ी को दैनिक जीवन में हिंदी भाषा के प्रयोग हेतु प्रोत्साहित करने में निस्वार्थ भाव से लगे हुए रामगोपाल सोहनीदेवी नागोरी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर कविता-आलेख प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का द्वितीय व अंतिम चरण रविवार १४.०१.२४ को रोटरी सदन मे सुविख्यात साहित्यकार श्री अजयेन्द्रनाथ जी त्रिवेदी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। निर्णायक मंडल में महानगर के ख्यातनाम श्रीमती स्नेहलता बैद, शशि लाहोटी, हिमाद्री मिश्र हीम, देवी चितलांगिया, प्रतिभा सिंह, यमुना केसवानी प्रभृति विद्वत लोग थे।
संयोजक श्री अरुण प्रकाश मल्लावत ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्था कई वर्षों से भावी पीढ़ी के मन में हिंदी साहित्य के प्रति रुचि जगाने, उनमें छिपी प्रतिभा को सार्वजनिक मंच द्वारा उजागर करने व हिंदी भाषा के प्रयोग हेतु प्रोत्साहित करने मे निरंतर लगी हुई है। प्रतियोगिता में बिहानी एकेडमी, मॉडर्न हाई स्कूल, ला मार्टिनिएर फॉर बॉयज, ला मार्टिनिएर फॉर गर्ल्स, सुशीला बिड़ला गर्ल्स स्कूल, कलकत्ता इंटरनेशनल स्कूल, नेशनल हाई स्कूल, गुरबचन सिंह सोंधी गर्ल्स स्कूल, जी डी बिड़ला सेंटर ऑफ एजुकेशन, सेंट ज़ेवियर’स कॉलेजिएट स्कूल, हेरिटेज स्कूल, श्रीश्री अकेडमी, प्रैट मेमोरियल स्कूल, माहेश्वरी बालिका विद्यालय, लक्ष्मीपत सिंघानिया, डॉन बॉस्को, हावड़ा शिक्षा सदन आदि विद्यालयों के लगभग 40 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
प्रतिभागियों ने स्वरचित अथवा दूसरे साहित्यकारों की रचनाओं को कंठस्थ कर उसका वाचन पूरीभाव-भंगिमा के साथ ओजपूर्ण वाणी में किया गया। खण्ड ‘क’ में वान्या नेवर, दीया सिंघवी, अनिका अग्रवाल, सान्वी रूईया; खण्ड ‘ख’ में परिधि सिंघल, जाह्नवी पाठक, खुशी कटारुका, आर्यन नेवर तथा खण्ड ‘ग’ में कृष कटारुका, कोमल कुमारी सिंह, वेदिका लोहिया – सिद्धार्थ झा (टाई), नलिनी सोंथालिया को प्रथम, द्वितीय, तृतीय और तुलसीदास पुरस्कार मिला। खण्ड ‘घ’ में आयुषी पाण्डेय, प्राची तिवाड़ी, राधिका नाथानी को प्रथम, द्वितीय और तुलसीदास पुरस्कार मिला।
भगवान गणेश जी व माता सरस्वती को पुष्पांजली डा.श्रीबल्लभ, राजेश नागोरी द्वारा दी गयी। तत्पश्चात गणेश व सरस्वती वन्दना से कार्यकम का शुभारम्भ किया गया।
आयोजन को सफल बनाने मे पूनम सादानी, भागीरथ सारस्वत, अलका महेश्वरी, प्रवीण प्रिया लोहिया, हीरामणी, प्रभा, नरेश, निशा, अभिलाषा, सूरज, हेमा, कुलदीप, उपमा राहुल, राजश्री, माधव, देवेश, सरिता नागोरी, विवेक लाहोटी आदि का योगदान रहा। श्रीमती दुर्गा व्यास, सुनीता लाहोटी, अंजु केजरीवाल, श्री सर्वश्री बंशीधर शर्मा, भागीरथ चांडक, संपत मांधना, नंदकुमार लढा, सतीश चरखा, रमेश भईया, मुकुंद राठी, मुरली मनोहर, किशन गोपाल मांधना, श्रीबल्लभ भूतङा, भगवती प्रसाद, बेणीगोपाल मुंधङा, राजीव केजरीवाल, बेणीगोपाल पसारी, नरेन्द्र मानधणा, प्रेम सादानी, निकुंज सादानी, हरीशजाजू , गिरिराज चितलांगिया, जगदीश प्रसाद मुंधङा, दिलीप लाहोटी ,रितेश बगङिया, रमेशजाजू, महेश राठी, सुनील लोहिया, संजय बिनानी आदि गणमान्य लोग कार्यक्रम मे उपस्थित हुए।
अरुण प्रकाश मल्लावत
संयोजक
मैं नागोरी परिवार का धन्यवाद करना चाहूँगी जो अपनी देशभक्ति को इस तरह के आयोजन कर दूसरों में भी इस तरह के पुण्य कार्य करने के भाव जगाते हैं , सभ्यता, संस्कृति के प्रति समर्पण का भाव रखते है । नवांकुरों में कविता के माध्यम से देशभक्ति ,शौर्य पराक्रम ,मानवता के बीज बोते है तथा समाज और देश के प्रति अपने कर्तव्यो का संवाहन करते हैं । पूरे नागोरी परिवार को इस पुनीत कार्य का श्रेय जाता है । समाज के मुट्ठी भर लोग भी इस तरह का कार्य करें तो भविष्य में हमारे देश के लिए योग्य नागरिक तैयार होते रहेंगे ।
आभार सत्र
हिमाद्रि मिश्र ‘हिम ‘