
मैथन। क्रिसमस व नववर्ष को देखते हुए सैलानियों के लिए मैथन डैम को दुल्हन की तरह सजाने-संवारने की तैयारियां अंतिम चरण मे चल रही है। इसको लेकर डीवीसी प्रबंधन डैम के आसपास के स्थानों, पार्क आदि को सजाने में युद्ध स्तर पर जुटा हुआ है। वहीं नाविक भी नौकाओं को दुरुस्त व रंग- रोगन कर सैलानियों को लुभाने के लिए आकर्षक बनाने में लगे हुए हैं। डैम के फेसिंग, पार्को में बनाये गए विभिन्न प्रकार के जंगली जानवरों, जलाशय के किनारे पत्थरों आदि को रंगों से सजाने का काम अंतिम चरण में है। डैम के समीप स्थित मिलेनियम पार्क, गोल्डेन पार्क, सुलेमान पार्क, नेहरू पार्क, फूलबागान समेत अन्य पार्कों की साफ सफाई कर रंग-बिरंगे फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है ताकि सैलानी सारे तनाव को भूलकर डैम के प्राकृतिक सौंदर्य व मनमोहक दृश्यों का आनंद ले सकें। प्रकृति की गोद में बसा मैथन डैम झारखंड व बंगाल के सैलानियों की पहली पसंद है। यह मैथन प्रकृति की अद्भुत छटाओं और मां कल्याणेश्वरी मंदिर के लिए भी पूरे देश जाना जाता है। सही अर्थों में यह प्राकृतिक सौंदर्य और भक्ति का अनूठा संगम है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों से भी लोग आते हैं। सर्दी का मौसम शुरू होते ही यहां काफी संख्या मे सैलानियों का पहुंचना शुरू हो जाता है। लोग अपने परिवार के साथ यहां पहुंचकर नदी किनारे, खूबसूरत वादियों में, पहाड़ों व पेड़ों के झुरमुटों के बीच पिकनिक का आनंद लेते हैं। बड़ा दिन 25 दिसंबर और पहली जनवरी को तो भीड़ इतनी जुटती है कि जगह कम पड़ जाती है। बसों व निजी वाहनों से हजारों लोग सपरिवार यहां पहुंचते हैं। क्रिसमस व नववर्ष को देखते हुए मैथन डैम पर सैलानियों की सुरक्षा को लेकर डीवीसी प्रबंधन, सीआईएसएफ व झारखंड व बंगाल पुलिस के वरीय अधिकारियों द्वारा आवश्यक रणनीति तैयार की गई है ताकि सैलानियों को पिकनिक व नौकायन के दौरान किसी प्रकार की कोई परेशानी ना उत्पन्न हो।
