कोलकाता, 27 नवंबर । पूर्व मेदिनीपुर जिले के खजुरी से भाजपा नेता रविन मन्ना की गिरफ्तारी के विरोध में पार्टी के बंद का व्यापक असर देखने को मिला है। पार्टी ने 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था जिसे सफल करने के लिए कार्यकर्ताओं ने सुबह से ही ट्रेनों को रोक दिया, सड़कों पर टायर जलाने लगे और पेड़ों की शाखाएं डालकर गाड़ियों की आवाजाही बंद कर दी। पूरे इलाके में बाजार दुकान लगभग बंद रहे हैं। पार्टी का कहना है कि पुलिस की अति सक्रियता के खिलाफ लोगों ने खुद ही बंद को सफल बनाया है।
दूसरी ओर, तृणमूल का दावा है कि भाजपा जबरन बंद करा रही है। सत्ताधारी पार्टी का दावा है कि यह हड़ताल इलाके में आतंक का माहौल बनाए रखने के लिए है।
खेजुरी थाना पुलिस ने शनिवार की दोपहर खेजुरी के बांसगोड़ा बाजार में भाजपा का कार्यक्रम शुरू होने से पहले पार्टी के मंडल सचिव राबिन को गिरफ्तार कर लिया था। पार्टी नेता की गिरफ्तारी की खबर सुनने के बाद स्थानीय विधायक शांतनु प्रमाणिक और कई भाजपा नेता खेजुरी थाना और हेरिया जांच केंद्र पहुंचे. हालांकि दोनों थाने में गिरफ्तार लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी। इसके बाद पता चला कि राबिन को मारिशदा थाने में रखा गया है। शनिवार रात करीब 10:30 बजे विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी मारिशदा पुलिस स्टेशन गए। वह सीधे थाने के अंदर गये और ड्यूटी पर मौजूद पुलिस अधिकारी से गिरफ्तार पार्टी कार्यकर्ता की गिरफ्तारी मेमो देखना चाहा।
विपक्षी दल के नेता ने यह भी सवाल किया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति के परिवार को लंबे समय बाद भी गिरफ्तारी के बारे में सूचित क्यों नहीं किया गया? वह पार्टी के दो विधायकों के साथ करीब आधे घंटे तक थाने के बाहर रहे। थाने से निकलते वक्त उन्होंने पुलिस अधिकारियों से धमकी भरे लहजे में कहा, ”मेरी पार्टी के नेता का अपहरण कर लिया गया है। मैं उसकी पत्नी से केस कराउंगा। मारिशदा पुलिस स्टेशन के ड्यूटी ऑफिसर और ओसी, संबंधित पुलिस स्टेशन के ओसी और जांच अधिकारी अपहरण की घटना में शामिल हैं। अगर जरूरत पड़ी तो मैं हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर करूंगा। इसके बाद पार्टी ने आज 12 घंटे के लिए क्षेत्र में बंद का आह्वान किया था।
