कोलकाता ३१ जुलाई, सोमवार पश्चिम बंगाल राज्य की अति विशिष्ट सामाजिक सेवा संस्था, सोसायटी बेनिफिट सर्कल अपने चिकित्सा शिविर के माध्यम से लगातार सेवा कार्य पुरजोर करते आ रही है। इसी सेवा कार्यों को आगे की और अग्रसर करते हुवे संस्था १५ जुलाई २०२३ से प्रत्येक शनिवार सायं से सोमवार सुबह तक प्राथमिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया है। जो अनवरत २७ अगस्त तक चलेगी। श्रावण माह में तारकेश्वर धाम स्थित तारकनाथ भोले बाबा को जल अर्पण हेतु कांवड़ तीर्थ यात्री लाखों की संख्या में तारकेश्वर मंदिर में नंगे पांव जल लेकर जाते हैं। मार्ग में अनगिनीत सेवा शिविर लगवाएं जाते हैं। जिसमे माल्या रेलवे स्टेशन के निकट स्थित श्री काशी विश्वनाथ सेवा समिति के प्रांगण में सोसाइटी बेनिफिट सर्कल का चिकित्सालय स्थित है। इसी चिकित्सालय में प्राथमिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया है। इस शिविर से हजारों की संख्या में कांवड़ तीर्थ यात्री लाभान्वित हो रहे हैं। सनातन रीति के अनुसार इस बार २ माह का श्रावन है, जिसमे मध्य के २८ दिन पुरुषोत्तम माह के नाम से जाना जाता है। इस अवधी के दौरान दान धर्म का अत्यधिक महत्व होता है। ऐसे मे संस्था का जन कल्याण के साथ जन सेवा का धार्मिक महत्व भी हो जाता है इससे दान दाता स्वयं की भावना से जुड़ते हैं। ज्ञात रहे कि संस्था इसके साथ साथ बैद्यनाथ धाम के मार्ग में डंडी आश्रम में भी ऐसी ही चिकित्सा शिविर का आयोजन की है जो लगातार ९० दिन अनवरत दिन रात २४ घंटे चल रही है। संस्था के जनप्रिय अध्यक्ष पवन बंसल के नेतृत्व में संस्था सेवा कार्यों को नए नए आयाम प्रदान करते आ रही है। संस्था के सभापति बिमल दीवान, अध्यक्ष पवन बंसल, प्रधान सचिव आदित्य विक्रम तुलस्यान, कोषाध्यक्ष सुभाष गोयनका, के साथ साथ कर्मठ एवं कार्यकारिणी सदस्यगण – मनीष धानुका, सुभाष सवालदावाला , मोहित सुरेका, बिमल मुरारका, विनय सोनथलिया , संजय अग्रवाल-१, चुन्नीलाल पटेल, तारक नाथ गुप्ता, महेश गोयनका, शिव राम झुनझुनवाला, रतन अगरवाला, संजय अग्रवाल-३, दीपक जलान , महेश पंचालंगिया, बिनोद अग्रवाल, अनु मिश्रा, अरुण झुनझुनवाला,
आदि ने बढ़ चढ़ कर शिविर में अपना योगदान देते आ रहे हैं। इस शिविर से यात्रियों के न केवल प्राथमिक चिकिसा बल्कि दवा, मलहम, वॉकिंग पैड्स आदि भी प्रदान करती है। यह अति साहसिक सेवा कार्य भार है। संस्था के प्रधान सचिव आदित्य विक्रम तुलस्यान ( चीकू ) ने सभी जानकारी देते हुवे बताया कि इन मार्गों में यात्रियों को ऐसे चिकित्सा शिविरों की और भी आवश्यकता है। एवं संस्था प्रत्येक भागीदार सदस्य, दानदाताओं एवं शुभचिंतकों का हार्दिक धन्यवाद के साथ अभिनंदन की जाती है क्योंकि सभी के प्रयास से ही कोई भी कार्य संपूर्ण होता है और सेवा परमोः धर्म: मंत्र की पुष्टि होती है।