रानीगंज। राज्य में होने वाले पंचायत चुनाव में अब मात्र 10 दिन ही शेष बचे हैं। सभी राजनीतिक दलों ने अपने अपने प्रत्याशियों की जीत के लिए जोर लगा रहे हैं। राज्य की विपक्षी दलों ने इस बार पंचायत चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों के निगरानी में होने से खुश हैं। इसकी वजह से पार्टी में एक नया ही जोश आ गया है। माकपा भी अपने प्रत्याशियों की जीत के लिए जोर लगा रही है। शिल्पांचल मेंअपने प्रत्याशियों में जोश जगाने के लिए मंगलवार को सीपीआईएम के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम रानीगंज पहुंचे। रानीगंज के गिरजापाड़ा के माकपा पार्टी कार्यालय में उन्होंने स्थानीय जिले के नेताओं के साथ बैठक की। इसके पश्चात उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। सम्मेलन में मोहम्मद सलीम के अलावा गौरांग चटर्जी, पंकज दे सरकार उपस्थित थे। इस दौरान मोहम्मद सलीम ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए अपने चिर परिचित अंदाज में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों पर ही जोरदार प्रहार किया। उनका कहना था कि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और दोनों दलों के नेता ही भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने कहा कि चाहे शुभेंदु अधिकारी हो या जितेंद्र तिवारी या बाबुल सुप्रियो इनमें से हर कोई सिर्फ पार्टी बदलता है और वह सिर्फ इसलिए ताकि वह भ्रष्टाचार कर सके।
भाजपा को हराने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर लाने के लिए पटना में हुई महागठबंधन की बैठक के विषय में उन्होंने कहा कि यह सिर्फ ममता बनर्जी का नाटक था। जबकि सच्चाई यह है कि तृणमूल कांग्रेस भाजपा विरोधी गठबंधन बनाने के पक्ष में थे ही नहीं। इससे पहले भाजपा विरोधी कई विपक्षी दलों की बैठकों में तृणमूल कांग्रेस गैर हाजिर रहीं, लेकिन जब उन्होंने देखा कि कर्नाटक में भाजपा को मुंह की खानी पड़ी तो उसके बाद से उन्होंने भाजपा विरोधी विपक्षी दलों की बैठकों में हिस्सा लेना शुरू किया। उन्होंने कहा कि एक समय ममता बनर्जी ने घोषणा की थी कि वह किसी भी भाजपा विरोधी गठबंधन का हिस्सा नहीं होंगी लेकिन उसके बाद उन्होंने थर्ड फ्रंट बनाने की कवायद शुरू की। उन्होंने कहा कि वाम फ्रंट और कांग्रेस ने शुरू से कहा है कि वह भाजपा विरोधी किसी थर्ड फ्रंट को स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि आज पूरे देश में जो परिस्थिति है उसको लेकर सभी को एक साथ आवाज उठानी होगी। आज मणिपुर में लोग हिंसा का शिकार हो रहे हैं। कुश्ती फेडरेशन के सर्वोच्च पदाधिकारी जो कि भाजपा के सांसद है उनके खिलाफ महिला रेसलरों के साथ बदसलूकी करने उनके यौन शोषण का आरोप लगा, लेकिन क्योंकि वह भाजपा के सांसद हैं उनके खिलाफ एफआईआर तक दर्ज कराने में भारी परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि आज ऐसा हाल हो गया है कि भाजपा के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाना चाहता। ऐसे में वामपंथी और कांग्रेस आगे आए हैं और हर कदम पर भाजपा की त्रुटियों को उजागर कर रहे हैं। मोहम्मद सलीम ने कहा कि आज पूरे देश में लोकतंत्र पर खतरा मंडरा रहा है, ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को एकजुट होकर इसके खिलाफ आवाज उठानी पड़ेगी और यही वजह है कि आज तृणमूल कांग्रेस को ना चाहते हुए भी विपक्षी दलों का साथ देना पड़ रहा है। उन्होंने साफ कहा कि उनकी कोशिश है कि भाजपा तथा तृणमूल विरोधी शक्तियों को एकजुट किया जा सके। उन्होंने मीडिया के एक वर्ग पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि या तो भाजपा या फिर तृणमूल कांग्रेस इन दो विकल्पों में से किसी एक विकल्प को बंगाल की जनता को चुन लेना होगा, लेकिन वास्तविकता यह है कि दोनों ही पार्टियां अब खात्मे के कगार पर हैं। उनको अब बचने की कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर सत्ता के विकेंद्रीकरण की कोशिश वामपंथियों द्वारा की गई थी लेकिन आज पूरे देश में लोकतांत्रिक मूल्यों की अवहेलना की जा रही है। लोकसभा में बिना डिबेट के बिल पास हो रहे हैं। अधिसूचना जारी करके नियम बनाए जा रहे हैं ऐसा ही कुछ पंचायत स्तर पर भी हो रहा है। वामपंथी इसी के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।
